भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना के अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर ने पठानकोट के पास इमरजेंसी लैंडिंग की। तकनीकी जांच के बाद हेलीकॉप्टर अब अपने बेस पर लौट आया है।
जानकारी के मुताबिक, हेलीकॉप्टर ने पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी थी और बाद में पायलट और सह-पायलट दोनों इसे वापस पठानकोट एयरबेस ले आए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IAF अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सभी चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं और उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है।
हालांकि भारतीय वायुसेना की तरफ से लैंडिंग के पीछे की वजह की पुष्टि नहीं की है, लेकिन शुरुआती जानकारी से पता चला है कि उड़ान के दौरान तकनीकी समस्या आई थी, जिसके बाद हेलीकॉप्टर ने लैंड करवाया गया।
VIDEO | Pathankot, Punjab: An Apache helicopter of the Indian Air Force (IAF) made emergency landing in Nangalpur area. More details are awaited.
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/ciTWQsST3g
— Press Trust of India (@PTI_News) June 13, 2025
करीब एक हफ्ते पहले भारतीय वायुसेना के एक अपाचे हेलीकॉप्टर को नियमित उड़ान के दौरान तकनीकी समस्या के कारण उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में “एहतियाती लैंडिंग” करनी पड़ी थी। लैंडिंग के बाद सभी जरूरी जांच की गई। इसके बाद खराबी को दूर किया गया था और फिर हेलीकॉप्टर को एयरबेस ले जाया गया था। अधिकारी ने 6 जून को बताया था कि पायलट और को-पायलट दोनों ने इसे सहारनपुर के सरसावा एयरबेस पर उड़ाया था।
अपाचे क्यों है खास?
अपाचे AH-64E को दुनिया के सबसे घातक और तकनीकी तौर पर अडवांस हेलीकॉप्टर माना जाता है। इसे बोइंग ने बनाया है। विमान 30 मिमी M230 चेन गन, हाइड्रा 70 रॉकेट और हेलफायर मिसाइलों से ये हेलीकॉप्टर लैस है। भारत ने अपाचे को 2019 में वायुसेना में शामिल किया था और 2024 में इसे भारतीय सेना में भी तैनात किया जाएगा।
अपाचे हेलीकॉप्टर भारत-पाकिस्तान के नियंत्रण रेखा (एलओसी) और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सहायता पहुंचाने और सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है।