जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन इलाके में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान गई, जिसके बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। भारत सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। इनमें सबसे बड़ा कदम अटारी-वाघा सीमा को अस्थायी रूप से बंद करना है। यह सीमा दोनों देशों के बीच रोज शाम को होने वाले रिट्रीट समारोह और सीमित व्यापार के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
अटारी सीमा बंद, हाथ मिलाने की प्रक्रिया रुकी
सरकार की ओर से कहा गया है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक अटारी बॉर्डर पर भारतीय गेट नहीं खोले जाएंगे। इसके साथ ही, हर रोज सूर्यास्त के समय होने वाले ध्वजारोहण समारोह में अब भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच हाथ मिलाने की प्रक्रिया भी बंद कर दी गई है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया जा सके कि भारत अब हर आतंकी हमले का कड़ा जवाब देगा। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ शुरुआत है और आने वाले दिनों में और भी बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
#पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई के मद्देनजर रिट्रीट समारोह के दौरान भी #अटारी सीमा के भारतीय हिस्से के गेट नहीं खुलेंगे।
साथ ही, प्रोटोकॉल के अनुसार सूर्यास्त के समय भारतीय ध्वज को नीचे करने के बाद हाथ नहीं मिलाए जाएंगे।@BSF_Punjab| pic.twitter.com/1jBEG4lo2M
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पाकिस्तान पर पड़ेगा सीधा असर
इस फैसले का पाकिस्तान पर सीधा असर पड़ने वाला है। अटारी-वाघा बॉर्डर न सिर्फ एक सैन्य चौकी है बल्कि दोनों देशों के बीच यात्रा, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रमुख माध्यम भी है। यहां से रोजाना सैकड़ों लोग आते-जाते हैं, खासकर वीजा पर रिश्तेदारों से मिलने के लिए। इसके अलावा सीमित व्यापार भी इसी रास्ते से होता है। अब जब यह रास्ता बंद हो गया है तो दोनों देशों के बीच आपसी संपर्क और व्यापार पर असर पड़ेगा, जिसका आर्थिक नुकसान भी पाकिस्तान को उठाना पड़ेगा।
भारत का सख्त संदेश
भारत सरकार की कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने यह फैसला लिया है और विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी शेयर की है। मोदी सरकार ने यह कदम यह दिखाने के लिए उठाया है कि आतंक के मुद्दे पर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को बेनकाब करने की योजना बनाई है और कई देशों को इस मुद्दे पर भारत का समर्थन करने के लिए राजी किया जा रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि पाकिस्तान इस दबाव का क्या जवाब देता है। फिलहाल भारत पूरी तरह सतर्क है और अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।