NCERT New Modules: भारत-पाक विभाजन के स्मृति दिवस पर NCERT ने 16 अगस्त को नया मॉड्यूल जारी किया है। इसे विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस नाम दिया गया है। इसके आते ही राजनीतिक गलियारे में हंगामा शुरू हो गया है। मॉड्यूल में भारत के विभाजन के लिए 3 लोगों को जिम्मेदार माना गया है। अभी तक NCERT विभाजन के लिए केवल जिन्ना को वजह मानता था। अब नए मॉड्यूल में भारत के विभाजन के लिए जिन्ना, कांग्रेस और लार्ड माउंटबेटन को जिम्मेदार माना है।
बताया कि जिन्ना ने विभाजन की मांग की, कांग्रेस ने इसे स्वीकार किया और लार्ड माउंटबेटन ने औपचारिक रुप देकर लागू किया।
‘विभाजन के लिए हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग जिम्मेदार’
एनसीईआरटी के बदलाव के बाद कांग्रेस ने आपत्ति जतानी शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बताया कि भारत छोड़ो अभियान में उतरने के लिए कांग्रेस ने तमाम पदों से इस्तीफा दिया था। उस समय हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने गठजोड़ करके सरकार बनाई। हिंद, बंगाल और सिंध एसेंबली में विभाजन का प्रस्ताव पारित किया। ये नए मॉड्यूल में नहीं लिखा है। पवन ने कहा कि आग लगा दीजिए इस मॉड्यूल में। यह हकीकत है। हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की जुगलबंदी से विभाजन हुआ। इतिहास के सबसे विलेन आरआरएस है।

‘बंटवारे का राग हिंदू महासभा ने शुरू किया
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि देश के विभाजन में 1938 अहम तारीख है। गुजरात में साबरमती के किनारे हिंदू हासभा का अधिवेशन हुआ। इसमें कहा था कि हिंदू और मुस्लिम एक देश में नहीं रह सकते। यह मांग पहली बार उठी थी। इसके बाद 1940 में मुस्लिम लीग ने लाहौर अधिवेशन में यही बात दोहराई। 1942 में हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की सरकार बनी थी।
कांग्रेस नेता ने चर्चा के लिए दी चुनौती
विभाजन की विभीषिका पर एनसीईआरटी के नए मॉड्यूल पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने निशाना साधा है। कहा कि मैं एनसीईआरटी को विभाजन पर चर्चा के लिए चुनौती देता हूं। आज, उनके (भाजपा) पास एनसीईआरटी है; उन्हें विभाजन के बारे में कुछ भी नहीं पता।