India Hits Out Pakistan at UNGA : पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का राग अलापने से बाज नहीं आता। एकबार फिर पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का ममला उठाया। शुक्रवार को यून महासभा के 78वें सत्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक ने एकबार फिर कश्मीर का राग अलापा।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की इस हरकत पर भारत ने UNGA में पाक को जमकर लताड़ा। यूएनजीए (UNGA) की दूसरी समिति के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रथम सचिव, पेटल गहलोत ने भारत की ओर से मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आदतन एक अपराधी बन गया है। पाकिस्तान इस फोरम का गलत इस्तेमाल करने के लिए मशहूर है। वह इस विश्व संस्था के मंच का भारत के खिलाफ बार-बार गलत इस्तेमाल करता रहता है और पूरी दुनिया पाकिस्तान की इस हरकत से वाकिफ है।.
First Secretary at United Nations for 2nd Committee of UNGA, Petal Gahlot says "Instead of engaging in technical sophistry, we call upon Pakistan to take credible and verifiable action against the perpetrators of the Mumbai terror attacks whose victims await justice even after 15… pic.twitter.com/3A3r6yBfZO
— ANI (@ANI) September 23, 2023
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भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने आगे कहा पाकिस्तान की असलियत संयुक्त राष्ट्र के सदस्य समेत पूरी दुनिया जानती है। पाकिस्तान भारत पर इस तरह के आरोप सिर्फ इसलिए लगाता है कि उसपर दुनिया की नजर न जाए। दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में किस तरह से मानवाधिकारों का हनन होता है और उसका क्या रिकॉर्ड है।
उन्होंने पाकिस्तान को सबसे पहले मुंबई आतंकवादी हमलों के अपराधियों को सजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तकनीकी कुतर्क में उलझने के बजाय आतंकियों पर कार्रवाई करे। मुंबई आतंकवादी हमलों के पीड़ित परिवारों 15 साल बाद भी न्याय का इंतजार है।
पेटल गहलोत ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति स्थापित करने के लिए पाकिस्तान को तुरंत तीन कदम उठाना चाहिए।
- पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद को रोकना और उसके आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को तत्काल बंद करना चाहिए।
- पाकिस्तान को अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को जल्द से जल्द खाली कर देना चाहिए।
- पाकिस्तान अपने यहां अल्पसंख्यकों के खिलाफ गंभीर और लगातार हो रहे अपराध और मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकें।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यूएनजीए की दूसरी समिति के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रथम सचिव, पेटल गहलोत ने कहा हम दोहराते हैं कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित मामले पूरी तरह से भारत के आंतरिक मामले हैं। लिहाजा पाकिस्तान को भारत के घरेलू मामलों में टिप्पणी करने का कोई भी अधिकार नहीं है।
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