Isro gaganyaan mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की ओर से गगनयान अंतरिक्ष यान की तस्वीरों को जारी किया गया है। इसरो ने 2024 दिसंबर तक तय कर रखा है कि दो से तीन लोगों को अंतरिक्ष में ले जाया जाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से कहा गया है कि वे लोग जल्द ही मिशन के लिए मानव रहित उड़ान को लेकर भी टेस्टिंग शुरू करेंगे। जिसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। एजेंसी की ओर से इस बाबत ट्वीट किया गया है। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि अभी फ्लाइट टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन-1 (टीवी-डी1) की तैयारी जोरशोर से चल रही है। इससे क्रू एस्केप सिस्टम के प्रदर्शन को प्रदर्शित किया जाना है।
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गगनयान परियोजना का मिशन एक से लेकर तीन दिन तक का रहेगा। इसके तहत दो से तीन लोगों को पृथ्वी के चारों और लगभग 400 किलोमीटर का गोलाकार चक्र कटवाया जाएगा। इसके बाद उनको निर्दिष्ट स्थान पर उतारा जाएगा। जिसके बाद सेफ्टी के साथ धरती पर वापस लाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इससे पता लगेगा कि भारत की कितनी क्षमता समंदर में है।
इसरो की ओर से कहा गया है कि मिशन की सफलता के बाद शेष मानवरहित मिशनों के लिए एक मंच तैयार होगा। भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ये पहला गगनयान मिशन होगा। क्रू मॉड्यूल के संबंध में एक विज्ञप्ति भी एजेंसी की ओर से जारी की गई है। परीक्षण वाहन को एकल चरण तरल रॉकेट की तरह बनाया गया है। जिसको खास मिशन के लिए डेवलप किया गया है।
पेलोड में क्रू मॉड्यूल सिस्टम किया गया है इंस्टाल
पेलोड में क्रू मॉड्यूल के अलावा क्रू एस्केप सिस्टम को इंस्टाल किया गया है। वहीं, इंटरफेस एडेप्टर भी इसमें लगाया गया है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि क्रू मॉड्यूल को बेंगलुरु में इसरो के विद्युत टेस्टिंग से भी गुजरना पड़ा है। साउंड परीक्षण भी किया गया है। 13 अगस्त को इस गगनयान को एसडीएससी-एसएचएआर में भेजा गया था, ताकि और बेहतर प्रक्रिया हो सके।