Vice Presidential Election: उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होने हैं। एनडीए और इंडिया गठबंधन इसकी तैयारियों में जुट गए हैं। इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने अपनी पार्टी के सांसदों के संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपका समर्थन अपने लिए नहीं, बल्कि उन मूल्यों के लिए चाहता हूं जो हमें एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में परिभाषित करते हैं। कहा कि राज्यसभा एक ऐसा सदन होना चाहिए जहां राष्ट्रीय हितों को दलगत चिंताओं से ऊपर रखा जाए।
उपराष्ट्रपति चुनाव में जारी नहीं होता है व्हिप
बता दें कि नियमानुसार, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चुनावों में कोई राजनीतिक पार्टी व्हिप जारी नहीं कर सकती है। ऐसे में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रेड्डी ने सांसदों को आगाज करते हुए व्हिप के बारे में याद दिलाया। ताकि कोई सांसद व्हिप की छूट का उठाकर दूसरे उम्मीदवार को मतदान न कर दे।
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‘लोकतंत्र सहयोग से पनपता है’
विपक्ष से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रेड्डी की सांसदों को कहा कि लोकतंत्र सहयोग पर पनपता है, टकराव पर नहीं। मेरी ताकत सुनने, मध्यस्थता करने, आम सहमति बनाने में निहित है। सांसदों से कहा कि भारत की भावना के लिए आपका वोट होगा।
क्या होता है व्हिप?
व्हिप एक राजनीतिक शब्द है। यह एक तरीके का आदेश होता है। राजनीतिक पार्टी इसे तब जारी करती है, जब संसद में पार्टी के लिए कोई फैसला लेना होता है। व्हिप जारी होने के बाद पार्टी के सदस्यों के पार्टी लाइन के हिसाब से मतदान करना होता है। पार्टी लाइन के खिलाफ जाने पर उसे अनुशासनहीनता माना जाता है और उसी अनुरूप कार्रवाई होती है।
9 सितंबर को होगा चुनाव
आगामी 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के सांसद भाग लेंगे। विपक्ष से पद के उम्मीदवार रेड्डी ने कहा कि इस चुनाव में कोई पार्टी व्हिप नहीं है। यानी पार्टियां अपने सदस्यों को कोई बाध्यकारी निर्देश जारी नहीं कर सकतीं। कहा कि देश के प्रति प्रेम ही आपकी पसंद का मार्गदर्शन करेगा।
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