नई दिल्ली: गोधरा केस में शरद पवार ने अमित शाह को जमानत दिलाने में मदद की थी। शिवसेना के मुखपत्र सामना न्यूजपेपर में यह दावा किया गया। जहां इस खबर के बाद मुंबई की राजनिति गरमा गई है। वहीं,एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने इस दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे निराधार बताया है।
जानकारी के मुताबिक सामना के साप्ताहिक कॉलम में दावा किया या है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने साल 2002 के गुजरात दंगों के एक मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जमानत दिलाने में मदद की थी। सामना ने अपने साप्ताहिक कॉलम रोकठोक में रविवार (11 सितंबर) को यह सनसनीखेज दावा किया है।
सामना में लिखा है, “अमित शाह महाराष्ट्र को भला-बुरा कह कर संबोधित कर रहे हैं। वह महाराष्ट्र के खिलाफ खराब भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। पता नहीं क्यों उन्हें महाराष्ट्र से इतनी नफरत है? जबकि उन्हें महाराष्ट्र और मराठी मानुष का शुक्रिया अदा करना चाहिए। केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी और अमित शाह परेशान रहते थे।”
बता दें कि सामना के रोकठोक कॉलम को पहले शिवसेना नेता संजय राउत लिखते थे। लेकिन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउत की गिरफ्तारी के बाद से इसे कड़कनाथ मुंबईकर के नाम से लिखा जा रहा है।