देश के बड़े शहरों में लगातार प्रॉपर्टी के रेट बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी वजह से मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए रियल एस्टेट बाजार में प्रवेश करना मुश्किल होता जा रहा है। हाल ही में इसको लेकर Reddit पर लंबी चर्चा हुई, जिसमें बताया गया कि घरों की बढ़ती लागत और कम कमाई के चलते लोगों के लिए अपना घर खरीदना मुश्किल हो रहा है। दावों में कहा गया कि मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे प्रमुख महानगरों में एक घर की औसत कीमत अब 1.2 करोड़ से 1.5 करोड़ के बीच पहुंच गई है। जबकि, शहरी परिवार की औसत आय (सालाना) लगभग 7-8 लाख रुपये तक है।
आसमान छू रही घर की कीमतें
सोशल मीडिया पर कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर दावा किया जा रहा है। जिसमें यूजर्स का कहना है कि दिल्ली में मध्यम वर्ग के घर खरीदने वालों के लिए घर का मालिक बनने का सपना तेजी से दूर होता जा रहा है। उनका कहना है कि अभी 25 साल पुरानी सोसायटी में 2BHK फ्लैट की कीमत भी अब करीब 1.7 करोड़ है। जबकि, ये आधुनिक सुविधाओं वाले आलीशान अपार्टमेंट नहीं हैं। इन इमारतों को मरम्मत की जरूरत है, जिनमें बुनियादी सुविधाएं और सीमित पार्किंग स्पेस भी नहीं दिया गया है। इसके बावजूद भी इनकी कीमत बढ़ती जा रही है।
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बिक्री में आई कितनी गिरावट
एक यूजर ने लिखा कि वह दोनों पार्टनर काम करते हैं, लेकिन उनकी बचत इतनी नहीं हो पाती है कि वह एक घर के लिए पैसे जोड़ सकें। उनका कहना है कि परिवार अपनी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा किराए, एजुकेशन, दैनिक खर्चों में ज्यादातर पैसे चले जाते हैं। वहीं, जो कुछ बचता है कि उससे आसमान छूती रियल एस्टेट कीमतों के साथ तालमेल बिठाने के लिए पूरी नहीं हो पाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में नई बिक्री में 10-20 फीसदी की गिरावट आई है।
इसके अलावा, कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों में भी बढ़ती कीमत से आम जनता परेशान है। यहां भी मध्यम वर्ग के खरीदार अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एक सही जगह पर 2BHK की कीमत 80 लाख से ज्यादा पहुंच गई है।
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