लोकतंत्र के मंदिर यानी संसद में 18 अगस्त को विज्ञान पर चर्चा होगी। चर्चा अंतरिक्ष पर होगी, भारतीय अतंरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पर होगी। शुभांशु ऐसे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री जो अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन गए। एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन को पूरा करने के बाद शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे थे। इसके बाद 17 अगस्त को सुबह भारत पहुंचे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में आज हम एक विशेष चर्चा के माध्यम से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को सम्मानित करने जा रहे हैं। हम उनकी अंतरिक्ष यात्रा और भारत के अंतरिक्ष मिशन पर विस्तार से चर्चा करेंगे। मुझे उम्मीद है कि जिस तरह ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा में सभी दलों के सदस्यों ने हिस्सा लिया था, उसी तरह सभी दल ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई देंगे और इस चर्चा में हिस्सा लेंगे।
इसरो के पहले मानव अंतरिक्ष को मिलेगी गति
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने पहला मानव अतंरिक्ष मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इसरो साल 2027 में गगनयान मिशन लॉन्च करेगा। शुभांशु को अंतरिक्ष में जाने और रिसर्च करने का ताजा अनुभव है। उनका यह अनुभव इसरो के लिए बेहद कारगर साबित हो सकता है। संसद में अंतरिक्ष पर चर्चा से इसरो के गगनयान को भी मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
फ्लोरिडा से लॉन्च हुआ था मिशन
एक निजी एजेंसी ने नासा के साथ मिलकर 25 जून को एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया था। इसका लॉन्चिंग पैड फ्लोरिडा में बने नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर था। तमाम विषयों पर रिसर्च करने के बाद 15 जुलाई को शुभांशु शुक्ला अपनी टीम के साथ पृथ्वी पर लौटे थे। शुभांशु 41 सालों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं।