Graph Of Terrorism Became Zero In Jammu Kashmir: केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में लगातार हालात बदल रहे हैं। आंकड़े भी इसकी गवाही दे रहे हैं। घाटी में पिछले 5 साल में आतंकवाद का ग्राफ शून्य पर आ रहा है। हड़ताल और बंद की घटनाएं पूरी तरह बंद हो चुकी हैं। आज का जम्मू-कश्मीर शांति के पथ पर अग्रसर है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि जम्मू कश्मीर में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की एक भी घटना दर्ज नहीं हुई है। ना ही किसी नागरिक की मौत हुई हैं।
थानों में बनाए जा रहे विशेष दस्ते
डीजीपी ने पंपोर में अधिकारियों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच वर्षों में जीरो शब्द बहुत ही लोकप्रिय हो गया है। डीजीपी ने कहा कि आतंकवाद का ग्राफ जिसने जम्मू-कश्मीर को बदनाम किया वह भी अब शून्य पर आ रहा है। डीजीपी ने कहा कि इस साल 43 थानों को नए हथियार उपलब्ध कराने के लिए ऑपरेशन कैपेसिटी बिल्डिंग शुरू किया है। इस योजना के तहत हमनें पहले चरण में 21 थानों को कवर किया है वहीं शेष बचे 22 स्टेशनों के लिए टीमें लाॅन्च की गई हैं। इन थानों को जीरो टेरर पाॅलिसी के तहत तैयार किया जा रहा है।
डीजीपी ने आगे कहा कि थानों में आतंकवादी घटनाओं की रोकथाम के लिए ड्रोनए अत्याधुनिक हथियार से लैस एक 14 सदस्यीय दस्ता काम करेगा। नई टीमों की मदद से क्षेत्र का वर्चस्व और बढ़ेगा।