Goa Political Crisis Due To Corruption Charges: भ्रष्टाचार को लेकर गोवा में प्रमोद सावंत की सरकार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष लगातार प्रमोद सावंत के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है।
अब गोवा विधानसभा के अध्यक्ष ने अपने सरकार के मंत्री पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है। स्पीकर के आरोप ने विपक्ष को बैठे बिठाए नया मुद्दा दे दिया है। विधानसभा स्पीकर रमेश तवाडकर ने कला सांस्कृतिक मंत्री गोविंद गौड़े पर करप्शन के संगीन आरोप लगाए हैं।
Shocking to see allegations of corruption levelled by a high level BJP party member against another: that too coming from Hon Speaker Ramesh Tawadkar against BJP Minister Govind Gawde – the beginning of exposé of list of corruption of BJP? Is this the first step to get rid of… pic.twitter.com/EsrbRhvNTx
---विज्ञापन---— Carlos Álvares Ferreira (@carlosgoa25) February 2, 2024
स्पीकर ने मंत्री गौड़े पर क्या आरोप लगाया?
गोवा विधानसभा के अध्यक्ष रमेश तवाडकर ने मंत्री गोविंद गौड़े पर फंड का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार को अंजाम देने का आरोप लगाया है। अध्यक्ष का कहना है कि मंत्री ने स्पीकर के विधानसभा क्षेत्र में ही कई संगठनों को बरसात के मौसम में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए फंड बांटे, लेकिन यह कार्यक्रम कभी हुए ही नहीं।
बताया जा रहा है कि फर्जी कार्यक्रम के लिए लाखों रुपये सरकारी तिजोरी से दिए गए। क्योंकि स्पीकर ने विधानसभा सत्र के पहले दिन ही यह संगीन आरोप लगाया तो अब इस मुद्दे को विपक्ष विधानसभा में जोर-शोर से उठा सकता है। गोवा के स्पीकर रमेश तवाडकर साउथ गोवा के कैनकॉन से विधायक हैं।
Speaker @ramesh_tawadkar demands an inquiry into accusations against Goa #Art and #Culture Minister @Govind_Gaude, alleging misappropriation of funds. Tawadkar finds Gaude’s conduct ‘shocking’ and lacking discipline, urges #investigation. #Goa #BreakingNews pic.twitter.com/J31ChuZJvU
— Herald Goa (@oheraldogoa) February 2, 2024
27 लाख आवंटित करने का आरोप
गोवा के कला और संस्कृति मंत्री पर कुल 13 संगठनों को तकरीबन 27 लाख रुपये आवंटित किए जाने का आरोप है। जिस गांव में पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगा है, उस गांव के सरपंच समेत पंचायत सदस्यों ने अपने शिकायत पत्र के साथ संगठनों के नाम, आवंटित रकम की राशि और फर्जी कार्यक्रमों की लिस्ट भी सौंपी है।
विपक्ष के निशाने पर गोवा सरकार
वहीं अब इस मुद्दे को लेकर विपक्ष प्रमोद सरकार पर हमलावर हो गया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के महासचिव दुर्गादास कामत ने कहा कि स्पीकर सत्ताधारी दल (भजपा) से हैं और उनका अपने ही विधायक के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाना CM सावंत के लिए बड़ी शर्मिंदगी है।
विधानसभा अध्यक्ष, जो सत्तारूढ़ भाजपा से हैं, उन्होंने कला और संस्कृति मंत्री गौड़े के खिलाफ धन के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया है। यह स्पष्ट रूप से सावंत सरकार और उनके मंत्रियों को बेनकाब करता है। हम मांग करते हैं कि गोवा के लोगों को न्याय मिलना चाहिए और उचित जांच होनी चाहिए।
Speaker of Goa Legislative Assembly, Shri. @ramesh_tawadkar, Chief Minister, @DrPramodPSawant, Leader of Opposition,Shri. @Yurialemao9, Council of Minister’s, MLA’s & others were also present. 2/2 pic.twitter.com/D6jCgKvvkv
— DIP Goa (@dip_goa) February 2, 2024
आरोपों की हो सकती है जांच
विधानसभा अध्यक्ष के आरोपों के बाद आर्ट एंड कल्चर मिनिस्टर की मुश्किलें बढ़ने के आसार जताए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो मंत्री के खिलाफ गोवा सरकार अनुशासननात्मक कार्यवाई करने के मूड में है। कहा जा रहा है कि CM प्रमोद सावंत ने दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस मुद्दे को लेकर बात की है। प्रमोद सावंत जांच के आदेश भी दे सकते हैं।
कांग्रेस ने मांगा मंत्री का इस्तीफा
मामला सामने आने के बाद गोवा में कांग्रेस के नेता अमित पाटकर ने CM सावंत से स्पष्टीकरण के साथ-साथ मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। पाटकर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अपने ही मंत्री के खिलाफ आरोप लगाना बहुत गंभीर है। यह मूल रूप से हमारे आरोपों का प्रमाण पत्र है कि प्रमोद सावंत सरकार और उनके मंत्री भ्रष्ट हैं।
कांग्रेस का कहना है कि यह मंत्री कला अकादमी के नवीनीकरण के घोटाले में शामिल थे। अब यह ताजा आरोप केवल एक भाजपा विधायक नहीं, बल्कि सदन के अध्यक्ष ने लगाए हैं। ऐसे में मंत्री गौड़े को अब इस्तीफा देना चाहिए और CM सावंत को इस पर विस्तृत स्पष्टीकरण देना चाहिए।
आप ने भी सावंत सरकार को घेरा
आप आदमी पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पालेकर ने कहा कि हम बार-बार कहे जा रहे हैं कि गोवा में प्रमोद सावंत के नेतृत्व में जो सरकार चल रही है, वह एक भ्रष्ट सरकार है। कला सांस्कृतिक मंत्रालय और मंत्री ने ऐसे कार्यक्रम के लिए पैसे बांटे, जो कभी हुआ ही नहीं है और न ही वहां के विधायक जो स्पीकर हैं, उन्हें इसकी भनक है। इस पूरे फंड आवंटन पर मंत्री की भूमिका की जांच होनी चाहिए।