नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से कांग्रेस के लिए खुशखबरी है। गुलाम नबी आज़ाद के इस्तीफे के बाद पार्टी छोड़ने वाले कई नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा के राज्य में प्रवेश करने से पहले फिर से शामिल हो गए हैं। गुलाम नबी आज़ाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी को अलविदा कहने वाले 17 नेताओं ने दोबारा कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसमें कई दिग्गज नेता शामिल हैं।
सभी की घर वापसी नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में हुई। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष विकार रसूल वानी घर वापसी समारोह के दौरान मौजूद रहे। आजाद ने अपनी पार्टी, डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) बनाई है और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों में भाग लेने के अपने फैसले की घोषणा की है।
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गुलाम नबी आज़ाद, चांद और बलवान सिंह के वफादार माने जाने वाले अन्य लोगों ने डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी (डीएपी) में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। हालांकि आजाद ने उनमें से कुछ को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पिछले महीने डीएपी से निष्कासित कर दिया था। संगठन के प्रभारी एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, “यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा दिन है।” एआईसीसी के महासचिव जयराम रमेश और एआईसीसी की प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल भी मौजूद थीं।
पार्टी में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में मुजफ्फर पर्रे, मोहिंदर भारद्वाज, भूषण डोगरा, विनोद शर्मा, नरिंदर शर्मा, नरेश शर्मा, अंबरीश मगोत्रा, सुभाष भगत, बद्री नाथ शर्मा, वरुण मगोत्रा, अनुराधा शर्मा, विजय तारगोत्रा और चंदर प्रभा शर्मा शामिल हैं।
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