Who is Sunil Kedar: महाराष्ट्र से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री सुनील केदार को कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई है। यह सजा नागपुर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (NDCCB) में धन के दुरुपयोग से जुड़ा हुआ है।
21 साल पुराने मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जेवी पेखले पुरकर ने शु्क्रवार को 21 साल पुराने मामले में यह फैसला सुनाया है। सुनील केदार को आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 409 के तहत दोषी ठहराया गया है। यह धारा एक लोकसेवक द्वारा आपराधिक विश्वासघात से जुड़ा हुआ है।
125 करोड़ रुपये से जुड़ा हुआ है मामला
अभियोजन पक्ष का कहना है कि एनडीसीसीबी को 2002 में सरकारी प्रतिभूतियों में 125 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इसकी वजह निवेश फर्म होम ट्रेड सिक्योरिटीज के जरिए धन निवेश करते समय नियमों का उल्लंघन था। उस समय केदार ही बैंक के अध्यक्ष थे।
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केदार सावनेर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनके साथ पांच अन्य को भी दोषी ठहराया गया। तीन को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान केदार भी वकील देवेन चौहान और अन्य आरोपियों के साथ कोर्ट में मौजूद थे। इस दौरान अदालत कक्ष मीडियाकर्मियों और दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चार्जशीट में केदार और 11 अन्य आरोपियों पर आईपीसी की धारा 406, 409, 468, 471, 120 बी और 34 के तहत आरोप लगाए गए थे। आरोपियों में पूर्व महाप्रबंधक अशोक चौधरी, तत्कालीन मुख्य लेखाकार सुरेश पेशकार, सुबोध भंडारी, कानन मेवावाला, श्रीप्रकाश पोद्दार, महेंद्र अग्रवाल और मुंबई के स्टॉकब्रोकर केतन सेठ शामिल हैं। बताया जाता है कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने महेंद्र अग्रवाल के मामले पर रोक लगा दी, जबकि मेवावाल फरार होने में कामयाब रहा।
कौन हैं सुनील केदार?
सुनील केदार का जन्म 7 अप्रैल 1961 को नागपुर में हुआ। उनके पिता छत्रपाल केदार पूर्व मंत्री और नागपुर जिले में सहकारी आंदोलन के प्रणेता थे। सुनील 2004 से विधायक हैं। उनकी पत्नी का नाम अनुजा विजयकर है। दोनों की दो बेटियां भी हैं।