Ajay Kumar Bhalla: केंद्र सरकार ने मंगलवार शाम को 5 राज्यों के राज्यपाल बदल दिए। पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं आरिफ मोहम्मद खान को केरल से हटाकर बिहार का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। जबकि बिहार के राजेंद्र आर्लेकर को केरल का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा पूर्व सेना अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को मिजोरम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं हरिबाबू कंभमपति को मिजोरम से हटाकर उड़ीसा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इस बीच सबसे हैरानी भरी नियुक्ति अजय कुमार भल्ला की है। वे केंद्र में गृह सचिव रह चुके हैं। ऐसे में आइये जानते हैं मोदी सरकार के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक रहे अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल क्यों नियुक्त किया गया है?
5 साल तक गृह सचिव रहे भल्ला
मूल रूप से बिहार के रहने वाले अजय कुमार भल्ला 1984 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बाॅटनी में एमएससी की डिग्री करने वाले भल्ला ने पंजाब यूनिवर्सिटी से सोशल सांइस में एमफिल की थी। इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड से एमबीए किया। उनके पिता भी सरकारी अफसर रहे। बता दें कि अजय कुमार भल्ला 23 अगस्त 2019 को रिटायर होने वाले थे, लेकिन मोदी सरकार ने उनका कार्यकाल चार बार बढ़ाया। वे 22 अगस्त 2024 तक इस पद पर रहे। गृह सचिव नियुक्त होने से पहले वे गृह मंत्रालय में ओएसडी के पद पर तैनात थे।
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पूर्वोत्तर के मामलों की अच्छी पकड़
उनके गृह सचिव रहते ही मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को रद्द कर दिया था। कोरोना महामारी के दौरान नोडल ऑफिसर के तौर पर भल्ला ने राज्यों के लिए गाइडलाइन तैयार की थी। एक पूर्व सीनियर अफसर की मानें तो अजय भल्ला जानते हैं उनके बाॅस उनसे क्या उम्मीद रखते हैं? वे जानते हैं कि अगर सरकार ने कोई निर्णय लिया है, तो उसे हर हाल में करना है। असम मेघालय कैडर से होने और पूर्वोत्तर के मामलों की अच्छी पकड़ रखने के कारण ही मोदी सरकार ने उनको अशांत मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया है।
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