Fake Voter ID Card : लोकसभा चुनाव से पहले फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाने का बड़ा खुलासा हुआ है। अनुमान है कि पूरे देश में करीब 28 हजार फर्जी वोटर कार्ड और आधार कार्ड बनाए गए हैं। फर्जी आईडी कार्ड जिस वेबसाइट से बनाए जा रहे थे, उसके डेवलपर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मध्य प्रदेश साइबर सेल ने आरोपी को बिहार के पूर्वी चंपारण से गिरफ्तार किया है।
चुनाव आयोग के पदाधिकारियों को फर्जी वोटर कार्ड और आधार कार्ड बनाए जाने की सूचना मिली थी। EC के पदाधिकारियों ने एमपी साइबर सेल से मामले की शिकायत की। इस पर साइबर सेल ने कार्रवाई की। इस मामले में गिरफ्तार आरोपी सिर्फ 10वीं तक पढ़ा है। वह मूलरूप से पूर्वी चंपारण का रहने वाला है।
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आरोपी ने यूट्यूब से सीखा फर्जी वेबसाइट बनाना
चुनाव में फर्जी वोटर कार्ड के इस्तेमाल की संदेह जताई जा रही है, जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। किसी का भी फोटो लगाकर किसी के भी नाम से आईडी कार्ड बनाए जा सकते थे। सिर्फ 20 रुपए में वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आईडी कार्ड बनाए जा रहे थे। आरोपी ने यूट्यूब से फर्जी वेबसाइट बनाना सीखा था। इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे को देखते हुए देश के बाहरी व्यक्ति की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। अबतक जिन लोगों ने फर्जी कार्ड बनवाए हैं, उनकी भी तलाश जारी है।
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आरोपी ने खुद को गोपनीय रखने के लिए अपनाए थे ये तरीके
- पूरी वेबसाइट बनाने का कार्य यूट्यूब से सीखा
- आनलाइन माध्यम से सोर्स कोड खरीदना और उसमें परिवर्तन करके पैसे फर्जी खाते में प्राप्त करना
- उत्तर प्रदेश से फर्जी सिम कार्ड लिया गया
- पेटीएम और एसबीआई के फर्जी खाते थे
- डार्क वेब से फर्जी क्रेडिट कार्ड
- विदेश में स्थित कंपनी से डोमेन खरीदा
- टेलीग्राम से फर्जी पहचान प्राप्त करके सर्वर स्पेस खरीदना
- इनडायरेक्ट क्लाउड होस्टिंग अमेरिकन सर्वर के माध्यम करना
- सभी कम्युनिकेशन के लिए फर्जी ईमेल का इस्तेमाल करना