देशभर में करोड़ों सरकारी और गैर-सरकारी कर्मचारी EPFO से जुड़े हैं। PF में जमा पैसे निकालने के लिए कई प्रोसेस से गुजरना होता है। वर्तमान में सरकार EPFO की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए कई बदलाव कर रही है, जिससे क्लेम के पैसे मिनटों में आपके खाते में आ सकें। जिन कर्मचारियों का खाता EPFO में है, उनको KYC कराना जरूरी है। केवाईसी के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, इसको घर बैठे ही कुछ स्टेप्स में पूरा किया जा सकता है। यहां स्टेप बाय स्टेप पूरा प्रोसेस समझिए।
KYC के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स
आधार कार्ड देना होगा।
आपका पैन कार्ड
बैंक पासबुक या बैंक स्टेटमेंट की कॉपी
मोबाइल नंबर (जो आधार कार्ड से लिंक किया हो)
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कैसे करें ऑनलाइन KYC
KYC के लिए सबसे पहले EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। वहां पर UAN नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगिन कर लें। इसके बाद ‘Manage’ का ऑप्शन दिखेगा, जिस पर क्लिक करें, यहां पर KYC का ऑप्शन खुलकर सामने आ जाएगा। इस पर क्लिक करने के बाद आधार, पैन, बैंक अकाउंट, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस जैसी जरूरी जानकारी मांगी जाएंगी। इनमें से जरूरी जानकारी भर दें और सेव के ऑप्शन पर क्लिक कर दें। आखिर में आपका डाटा वेरिफाई किया जाएगा, जिसके कुछ दिनों बाद KYC स्टेटस अप्रूव्ड हो जाएगा।
कैसे चेक करें स्टेटस?
KYC स्टेटस अप्रूव हुई या नहीं, इसको देखने के लिए आसान से स्टेप फॉलो करने होंगे। जिसके लिए सबसे पहले EPFO पोर्टल पर लॉगिन करें और मेनेज टैब में KYC के ऑप्शन पर क्लिक करें। यहां पर आपको सामने सभी डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट खुलकर सामने आ जाएगी, जिसमें उसका स्टेटस भी दिख जाएगा। अगर अप्रूव हो चुका है, तो अप्रूव्ड और अगर पैंडिंग है, तो पैंडिंग लिखा दिख जाएगा।
KYC के फायदे क्या?
अगर आप सोच रहे हैं कि KYC न कराने से खाता बंद तो नहीं हो जाएगा, फिर इसको क्यों करना है? तो इसका सिंपल सा जवाब है कि KYC कराने के कई फायदे हैं, जैसे- पैसा जल्दी ट्रांसफर किए जा सकते हैं। साथ ही ऑनलाइन क्लेम भी बिना रुकावट के किया जा सकता है। इसके अलावा, अगर EPFO को कोई अपडेट करता है, तो इसकी सुविधा भी आपको तुरंत मिलती है।
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