Election Commission Strict on Election Rhetoric: लोकसभा चुनाव 2024 में छठे चरण के मतदान से पहले चुनाव प्रचार जोरों पर हैं। बीजेपी-कांग्रेस समेत सभी स्थानीय दलों के नेता जमकर एक-दूसरे पर चुनावी तीर चला रहे हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने नेताओं की भाषा और बयानों को लेकर निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य सभी पार्टियों के नेताओं को इलेक्शन रैली और प्रेस वार्ता के दौरान भाषा में संयम बरतने और मर्यादा रखने के लिए नोट जारी किया है।
चुनाव प्रचार के दौरान अमर्यादित भाषा को लेकर आयोग ने कांग्रेस और भाजपा को निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने कहा कि चुनाव के कारण भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल को बिगाड़ा नहीं जा सकता है। आयोग ने कहा कि दोनों पार्टियां भारतीय मतदाता के गुणवत्ता पूर्ण चुनावी अनुभव की जो विरासत है उसे कमजोर करने की कोशिश नहीं करें। इसके साथ ही आयोग ने दोनों पार्टियों के स्टार कैंपेनर को सांप्रदायिक बयानों से भी दूर रहने को कहा है।
समाज को बांटने वाले भाषण बंद करे बीजेपी
कमीशन ने भाजपा को समाज को बांटने वाले भाषण बंद करने को कहा है। वहीं सेना के राजनीतिकरण को लेकर भी आयोग ने हिदायत दी है। राजनीतिक दल अग्निवीर स्कीम को लेकर किसी भी प्रकार की बयानबाजी नहीं करे। बता दें कि यह पत्र चुनाव आयोग के उस एक्शन के बाद आया है जब कमीशन ने बंगाल में पूर्व जज और तमलुक सीट से भाजपा प्रत्याशी अभिजीत गंगोपाध्याय पर एक दिन का बैन लगा दिया। टीएमसी ने उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी।
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