Lt General Sumer Ivan D’Cunha Exclusive Interview (रिपोर्ट पवन मिश्रा, नई दिल्ली) : सेना वायु रक्षा (एएडी) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने न्यूज 24 से एक्सक्लूसिव बातचीत में रक्षा से जुड़े कई मुद्दे पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में युद्ध के लिए ड्रोन की ताकत कम नहीं आंकी जा सकती है, क्योंकि ड्रोन एक ताकत ही नहीं शक्तिशाली बनकर सामने आया है। अगर बात करें साल 2019 की तो डोमेन बदल गया था, जब सऊदी कुएं में ड्रोन द्वारा आग लगा दिया गया था।
लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने कहा कि 2019 में ड्रोन एक हथियार बनकर उभरा था। भारतीय सेना को एहसास हुआ था कि ड्रोन में एक आदमी पर हमला करने की क्षमता है। पठानकोट हमला ड्रोन से हुआ और यह खतरा एक अलग डोमेन में सामने आया। यूक्रेन में हवाई रक्षा हथियारों का ढेर है। रूसियों ने अपने हेलीकॉप्टर सहित अपने हवाई अभियान को कम कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन ने 1.2 मिलियन ड्रोन को सक्रिय किया। हम उस मात्रा और गुणवत्ता को नहीं जानते हैं जो हम सामना करने जा रहे हैं। हम एक ऐसे वातावरण में बड़े हुए जहां आप विमान के मामले में हवाई खतरे को निर्धारित कर सकते हैं। ड्रोन, सिंगल ड्रोन, लोइटर मूनिशन, स्मार्ट ड्रोन द्वारा युद्ध और विघटनकारी प्रौद्योगिकियों में आरएमए में एक बड़ी क्रांति है।
लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने कहा कि अगर काउंटर यूएएस क्षमता की बात करें तो क्वांटम डराता है। हम उस मात्रा और गुणवत्ता को नहीं जानते हैं, जो हम सामना करने जा रहे हैं। हम एक ऐसे वातावरण में बड़े हुए, जहां आप विमान के मामले में हवाई खतरे को निर्धारित करते हैं। आज परिमाणीकरण एक चुनौती बन रहा है। हमारे पास एक कोर जोन में 400 किमी तक के 4000 ड्रोन हैं और विरोधी के पास ड्रोन भी हैं।