Dev Prakash Madhukar Hathras StampedeAccused: हाथरस हादसे के बाद पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने मामले पर FIR दर्ज की है। इस हादसे का मुख्य आरोपी भोले बाबा के सेवादार देव प्रकाश मधुकर को ठहराया गया है। देव प्रकाश पर पुलिस ने 1 लाख का इनाम घोषित किया है। देव प्रकाश पिछले काफी समय से भोले बाबा से जुड़ा हुआ है और उसे भोले बाबा के करीबियों में गिना जाता है। बाबा के सत्संग का आयोजन देव प्रकाश ही करता था। हालांकि घटना के बाद से देव प्रकाश और बाबा दोनों फरार हैं।
मनरेगा में करता था काम
देव प्रकाश मधुकर यूपी के एटा से ताल्लुक रखता है। वहीं वो पिछले काफी समय से मनरेगा में कार्यरत है। देव प्रकाश 2008 से मनरेगा में संविदा पर काम कर रहा है। वो तकनीकी सहायत के रूप में 11 गांवों का कामकाज देखता है। इसके अलावा देव प्रकाश मनरेगा का बिल वाउचर भी तैयार करता है।
2008 में मनरेगा से जुड़ा
मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) अधिकारियों के अनुसार देव प्रकाश 2008 से यहां तकनीकि सहायक है। साथ ही वो किराए के मकान पर रहता है। हाथरस हादसे में देव प्रकाश का नाम सामने आने के बाद उसे नौकरी से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। देव प्रकाश को जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है।
घर पर लगा ताला
देव प्रकाश ने मनरेगा में अपना पता एटा सिकंदराराऊ का ही दिया था। खबरों की मानें तो एटा में देव प्रकाश का घर है, जहां वो अपने पूरे परिवार के साथ रहता है। हालांकि जब पुलिस देव प्रकाश के एटा स्थित घर पर पहुंची तो वहां दरवाजे पर ताला लगा था।
गांव वालों को नहीं शिकायत की जानकारी
सिकंदरारऊ के ग्राम प्रधान रामवीर सिंह के अनुसार देव प्रकाश पर मुकदमा दर्ज होने की कोई जानकारी गांव वालों को नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि देव प्रकाश पिछले कई सालों से भोले बाबा से जुड़ा हुआ है और वो आसपास के कई इलाकों में बाबा का सत्संग आयोजित कर चुका है।
#WATCH | On Hathras stampede incident, Aligarh IG Shalabh Mathur says, “…When the stampede occurred the six servitors who are now arrested had run away from the site. Rs 1 lakh reward is being announced on the arrest of the main accused Prakash Madhukar. Soon, a non-bailable… pic.twitter.com/D9uKYp7CAI
— ANI (@ANI) July 4, 2024
10 साल पहले छोड़ा था गांव
बता दें कि देव प्रकाश ने अपनी पत्नी रजनी के साथ 10 साल पहले ही गांव छोड़ दिया था। वो परिवार के साथ सिकंदराराऊ में रहता है। देव प्रकाश की माता ब्रह्मादेवी और पिता राम सिंह गांव में अकेले रहते हैं। देव प्रकाश का एक बड़ा भाई अखिलेश कुमार भी है, जो विद्युत निगम में लाइनमैन का काम करता है। पुलिस ने अखिलेश को हिरासत में लेकर देव प्रकाश के बारे में पूछताछ शुरू कर दी है।
बाबा का सेवादार बना आरोपी
हाथरस आने के दौरान देव प्रकाश बाबा से जुड़ा और कुछ ही समय में उसे मुख्य सेवादार का दायित्तव मिल गया। देव प्रकाश लोगों में बाबा के प्रति आस्था जगाने और सत्संग आयोजित करने का काम करता था। खबरों की मानें को देव प्रकाश के संपर्क में आने के बाद बाबा के अनुयायी तेजी से बढ़ने लगे। उत्तर प्रदेश और हरियाणा में बाबा के अनुयायियों की संख्या काफी अधिक है।
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