दिल्ली कार ब्लास्ट के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) लगातार जांच कर रही है। एनआईए के हाथ धमाके का मास्टर माइंड आतंकी डॉ. उमर का फोन लगा है। इसमें एजेंसी ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। फोन डेटा की जांच में पता चला कि आतंकी डॉ उमर लोगों को ब्रेनवाश करता था। दोस्ती कर लोगों की कट्टर बनाता था।
इसके अलावा फोन पता चला कि आतंकी उमर काफी लंबी प्लानिंग में था। फोन चैट और डेटा से पता चला कि डॉ. उमर भारत में स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। ताकि वह एक साथ भारत के कई शहरों में एक साथ या सीरियल ब्लास्ट को अंजाम दे सके।
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10 नवंबर की शाम दिल्ली में लाल किला के पास चलती कार में आतंकी धमाका हुआ था। धमाके में 13 लोगों मारे गए थे। वहीं 25 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसी कार में आतंकी डॉ. उमर की मौत हो गई थी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने जांच एनआईए को सौंप दी थी। जांच में रोज नए खुलासे हो रहे हैं।
इसके अलावा दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियां हरियाणा के नूंह में डेरा जमाए हुए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने नूंह की हिदायत कॉलोनी में उस घर पर छापेमारी की जहां पर डॉक्टर उमर नबी के कई दिन तक ठहरने की खबर सामने आई थी। इतना ही नहीं गुरुग्राम अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए से उस मकान तक जाने वाले रास्ते में जिन दुकानों पर भी सीसीटीवी लगा हुआ है, उनको खंगालने का काम केंद्रीय जांच एजेंसियां लगातार कर रही हैं। शनिवार को देर रात तक भी केंद्रीय जांच एजेंसियां गोयल अल्ट्रासाउंड एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी रही तो पुलिस के कुछ जवान उस घर पर कड़ा पहरा देते हुए दिखाई दिए, जहां पर ब्लास्ट में मरने वाले डॉ उमर नबी के ठहरने की खबर सामने आई थी।
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