Cyclone Mocha: बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवाती तूफान मोचा को लेकर पश्चिम बंगाल के लिए अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से कहा गया है कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान “मोचा” के रविवार दोपहर के आसपास बांग्लादेश के कॉक्स बाजार और म्यांमार के क्यौकप्यू के बीच सितवे क्षेत्र को पार करने की आशंका है।
समुद्र तट की ओर न जाने की चेतावनी
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में बक्खाली समुद्र तट पर नागरिक सुरक्षा टीमों को तैनात किया गया है, क्योंकि ‘मोचा’ एक बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि सिविल डिफेंस टीमों के सदस्य लगातार जनता और पर्यटकों को सतर्क कर रहे हैं। उन्हें सतर्क रहने और समुद्र तट के करीबी क्षेत्रों में जाने से रोकने के लिए कहा जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में तैनात किए सुरक्षाकर्मी
नागरिक सुरक्षा अधिकारी अनमोल दास ने कहा कि स्थिति अच्छी नहीं है। हम लोगों, पर्यटकों को सतर्क रहने और समुद्र तट पर आने से बचने के लिए लगातार जागरूक कर रहे हैं। इससे पहले राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात ‘मोचा’ के गंभीर तूफान में बदलने की चेतावनी के बाद पश्चिम बंगाल के दीघा में 8 टीमों और 200 बचावकर्मियों को तैनात किया है, जबकि 100 कर्मचारी रिजर्व में रखे गए हैं।
इस मानसून का पहले चक्रवात है ये
अल जजीरा ने शुक्रवार को मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) का हवाला देते हुए कहा था कि यह इस मानसून के मौसम में म्यांमार का पहला चक्रवात है। साथ ही विशेष रूप से कमजोर और विस्थापित समुदायों के प्रभावित होने चिंता जताई है।
इतने लाख लोग हो सकते हैं प्रभावित
रिपोर्ट के अनुसार, रखाइन के 2,30,000 से ज्यादा विस्थापित लोग शिविरों में रहते हैं, जो तूफान वाले अतिसंवेदनशील निचले इलाकों में स्थित हैं। UNOCHA के अनुसार, रखाइन और तीन उत्तर-पश्चिमी राज्यों चिन, मैगवे और सागैंग में तूफान के अनुमानित मार्ग में लगभग 60 लाख लोगों को पहले से ही सहायता की जरूरत है।