बिहार और देश भर में जारी SIR और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी खुलासे के बाद कांग्रेस पार्टी अब इस मुद्दे के साथ जनता के बीच में जाने की रणनीति पर काम कर रही है. दिल्ली के रामलीला मैदान में नवंबर के आखिरी सप्ताह में कांग्रेस पार्टी बड़ी रैली का आयोजन करने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के रामलीला मैदान में आने वाले समय में वोट चोरी को लेकर कांग्रेस एक बड़ी रैली आयोजित करेगी.
देश भर में जारी SIR और नेता विपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी के खुलासे को लेकर कांग्रेस पार्टी इस मुद्दों के साथ जनता के बीच में जाने की तैयारी में लगी है.
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में हरियाणा को लेकर हुई वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें साफ तौर पर राहुल गांधी ने हरियाणा की सरकार को चोरी की सरकार बताया. इससे पहले भी राहुल गांधी ने कर्नाटक को लेकर प्रेजेंटेशन के जरिए वोट चोरी का खुलासा कर चुनाव आयोग और केंद्र की सरकार को घेरा था.
वोट चोरी मुद्दे पर कांग्रेस की रणनीति
दरअसल कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी लंबे समय से देश के आगे वोट चोरी का मुद्दा उठाते रहे हैं. राहुल गांधी अभी तक तीन बड़ी प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर वोट चोरी का मुद्दा उठा चुके हैं और चुनाव आयोग को घेर चुके हैं. इसी कड़ी में अब कोर्ट जाने की वजह कांग्रेस ने जनता के बीच इस मुद्दे के साथ जाने का फैसला किया है.
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि बिहार चुनाव के नतीजों के बाद नवंबर के आखिरी हफ़्ते तक कांग्रेस पार्टी दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली आयोजित करने जा रही है जिसमें सभी प्रदेश के बड़े नेता शामिल होंगे.
कांग्रेस वोट चोरी और देश भर में हो रहे SIR को लेकर बड़ा प्रदर्शन करेगी. राहुल गांधी के वोट चोरी पर लीगल एक्शन लेने का सवाल भी लगातार उठ रहा है. दरअसल न्यूज24 को कांग्रेस के उच्च सूत्रों ने दी जानकारी के अनुसार, कांग्रेस का मानना है कि हम इस मुद्दे को लेकर कोर्ट जाने की वजह जनता के बीच में जाएंगे.
कांग्रेस के उच्च सूत्रों के मुताबिक लीगल बैटल की जगह जनता के बीच इस मुद्दे को भुनाने की रणनीति को तैयार किया गया है. वोट चोरी मुद्दे को लेकर लगातार कांग्रेस केंद्र की सरकार और EC को घेर रही है. इस मुद्दे को लेकर वोट चोरी के मुद्दे पर सिगनेचर अभियान भी कई राज्यों में चलाया गया है और इसी कड़ी में अब आने वाले दिनों में सभी राज्यों में 8 नवंबर को बड़ा अभियान चलाया जाएगा जिसमें बड़े नेता शामिल होंगे.










