---विज्ञापन---

देश

Chandrayaan 3: भारत की अंतरिक्ष में एक और छलांग; 13 जुलाई को श्रीहरिकोटा से उड़ान भरेगा एलवीएम-3

Chandrayaan 3: भारत जल्द ही अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा की है कि चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) मिशन 14 जुलाई को चंद्रमा पर लॉन्च होगा। ये अंतरिक्ष यान श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2:35 बजे उड़ान भरेगा। इसके लिए इसरो ने रॉकेट जीएसएलवी-एमके3 […]

Author Edited By : Naresh Chaudhary Updated: Jul 7, 2023 14:17
chandrayaan 3, ISRO, chandrayaan 3 launch date

Chandrayaan 3: भारत जल्द ही अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा की है कि चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) मिशन 14 जुलाई को चंद्रमा पर लॉन्च होगा। ये अंतरिक्ष यान श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2:35 बजे उड़ान भरेगा। इसके लिए इसरो ने रॉकेट जीएसएलवी-एमके3 को तैनात कर दिया है।

यह भी पढ़ेंः NCP Crisis: दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद शरद पवार का ऐलान; बोले- मैं ही एनसीपी का अध्यक्ष हूं

---विज्ञापन---

इसरो ने बताई लॉन्चिंग की तारीख

जानकारी के मुताबिक, इसरो ने इससे पहले कहा था कि चंद्रयान-3 मिशन 13 जुलाई को लॉन्च होगा। हालांकि तारीख में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमत के तहत ही तैयारी पर काम किया जा रहा है। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि लॉन्च विंडो 19 जुलाई तक खुली रहेगी। यदि लॉन्च निर्धारित तिथि पर नहीं होता है तो इसे 19 तारीख तक बैक अप डेट पर ले जाया जा सकता है।

Image

---विज्ञापन---

चंद्रमा पर कराई जाएगी सॉफ्ट लॉन्चिंग

हालांकि एस सोमनाथ ने भरोसा जताया है कि इस बार मिशन चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। चंद्रयान-3 चंद्रयान श्रृंखला का तीसरा भाग है। इसके चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के बाद भारत के दूसरे प्रयास का प्रतिनिधित्व करेगा। बताया जाता है कि आज तक केवल तीन देशों ने ही वायुहीन चंद्रमा पर सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यान उतारा है।

Image

लैंडर और रोवर के साथ जा रहा विमान

लैंडर और रोवर के साथ जा रहा यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की लगभग दो महीने लंबी यात्रा को तय करेगा। बताया गया है कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने पुष्टि की है कि लैंडर के पास निर्दिष्ट चंद्र स्थल पर धीरे से उतरने और रोवर को तैनात करने की क्षमता है। इसके बाद रोवर अपनी गतिशीलता के दौरान चंद्र सतह का इन-सीटू रासायनिक विश्लेषण करेगा।

और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें

First published on: Jul 06, 2023 07:06 PM

संबंधित खबरें