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ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो हो जाइए सावधान! सरकार ने जारी की वॉर्निंग; क्या है ‘लूट’ का डॉर्क पैटर्न तरीका

आज के समय में देश-दुनिया में हर जगह से लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं. लोग घर की ग्रोसरी से लेकर स्मार्टफोन, टीवी लगभग हर चीज ऑनलाइन मंगाते हैं. लेकिन एक अहम बात जिसे शायद हम सभी इग्नोर कर देते हैं. आपने अक्सर देखा होगा कि जब आप किसी सामान को अपने कार्ट में डालते हैं और फिर पेमेंट करने जाते हैं तो अचानक उसका पैसा बढ़ जाता है. आपने कभी सोचा है कि आखिर अचानक पैसा बढ़ क्यों जाता है?

Author Written By: News24 हिंदी Updated: Nov 4, 2025 21:43

आज के समय में देश-दुनिया में हर जगह से लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं. लोग घर की ग्रोसरी से लेकर स्मार्टफोन, टीवी लगभग हर चीज ऑनलाइन मंगाते हैं. लेकिन एक अहम बात जिसे शायद हम सभी इग्नोर कर देते हैं. आपने अक्सर देखा होगा कि जब आप किसी सामान को अपने कार्ट में डालते हैं और फिर पेमेंट करने जाते हैं तो अचानक उसका पैसा बढ़ जाता है. आपने कभी सोचा है कि आखिर अचानक पैसा बढ़ क्यों जाता है?

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कई बार ओरिजनल प्राइस को छिपाने के लिए अलग-अलग ट्रिक्स का यूज किया जाता है. कई बार यूजर्स किसी भी प्रोडक्ट का प्राइस कम होने पर उन्हें तुरंत अपने कार्ट में डाल देते हैं और फिर जब फाइनली वो उसका पेमेंट करने जाते हैं तो अचानक प्रोडक्ट का टोटल प्राइस बढ़ चुका होता है. ऐसी ही छिपी हुई प्राइसिंग को डार्क पैटर्न कहा जाता है. इसको लेकर सरकारी एजेंसियों ने भी कई बार वॉर्निंग जारी की है और हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने की बात भी कही है.

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कंज्यूमर अफेयर्स ने शेयर की जानकारी

X प्लेटफॉर्म पर कंज्यूमर अफेयर्स (Jagograhakjago) नाम के अकाउंट ने पोस्ट किया है. उन्होंने पोस्ट में कहा कि डार्क पैटर्न होने के कारण ही आप सही प्रोडक्ट का चुनाव नहीं कर पा रहे हैं. अगर आपको भी कोई डार्क पैटर्न नजर आता है तो कंज्यूमर हेल्पलाइन पर कॉल करें.

त्योहारों पर चल रही सेल के दौरान आते हैं कई केस

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सेल बैनर पर अक्सर आपने देखा होगा कि किसी स्मार्टफोन को 37,999 रुपये में लिस्टेड किया जाता है, लेकिन इसके बाद जब आप इस पर क्लिक करते हैं तो ओरिजनल प्राइस ज्यादा होता है. ईकॉमर्स कंपनियां इसके लिए नीचे छोटे फॉन्ट साइज में कई बार प्रोडक्ट का असली प्राइस नीचे लिख देती हैं. इसमें सभी ऑफर्स शामिल होते हैं, बैंक ऑफर्स के साथ.

डॉर्क पैटर्न के भी होते हैं कई टाइप

डॉर्क पैटर्न कई तरह के होते हैं और ये सभी अलग-अलग तरह से काम करते हैं. डॉर्क पैटर्न कई बार टाइमर, हिडन कॉस्ट और फोर्स कंटीन्यूटी आदि टाइप होते हैं. इनको पहचानना आसान है. अगर कोई टाइमर आदि लगाकर जल्दी पेमेंट करने को कहता है तो यह एक तरह का डार्क पैटर्न है. कई बार स्टेप बदलने के साथ शर्तें भी बदल जाती हैं. डार्क पैटर्न से बचाव के लिए जरूरी है कि आप कभी जल्दबाजी में पेमेंट ना करें. सभी कंडिशन और स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें और सब कुछ सही से समझने के बाद ही आगे बढ़ें. फ्री ट्रायल के बाद ऑटो पेमेंट को बंद कर दें.

First published on: Nov 04, 2025 09:43 PM

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