2800 Year Old City Of India Found: 7 साल की खुदाई के बाद 20 मीटर की गहराई में भू-वैज्ञानिकों को जो मिला, उसे देखकर उनकी आंखें खुली की खुली रह गईं। पूरी बस्ती बसी थी, जिसे देखकर अंदाजा लगाया गया कि यहां जरूर इंसान रहते होंगे।
वहीं जांच करने पर पता चला कि यह बस्ती करीब 2800 साल पुरानी है, जो 800 BC (ईसा पूर्व) में बसाई गई होगी। IIT खड़गपुर और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (Archaeological Survey of India) ने ANI को इसके बारे में बताया। वहीं इस बस्ती का वीडिया सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है, आप भी देखिए यहां…
#WATCH | Gujarat: Remains of a 2800-year-old settlement found in PM Narendra Modi’s village, Vadnagar. pic.twitter.com/Fefjt7Dn9Z
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 16, 2024
गुजरात के वडनगर में मिली मानव बस्ती
IIT खड़गपुर के प्रोफेसर डॉ. अनिंद्या के अनुसार, यह 2800 साल पुरानी बस्ती गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांव वडनगर में मिली। इस बस्ती के सबूत इकट्ठे करके भारतीय पुरातत्तव विभाग में जांच के लिए भेजे गए हैं। गांव में अब तक 30 से ज्यादा साइटों पर खुदाई की गई और एक लाख से ज्यादा अवशेष मिल चुके हैं।
अवशेषों को देखने से पता चला है कि इस बस्ती में बौद्ध, जैन, हिन्दू समेत विभिन्न धर्मों के लोग मिलकर रहते थे। गांव में खुदाई का प्रोजेक्ट तब से चल रहा है, जब PM मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। भारतीय पुरातत्तव विभाग, फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी, जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी, डेक्कन कॉलेज और IIT खड़गपुर मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम रहे हैं।
India’s oldest living city has been discovered in PM Modi’s native village, Vadnagar.
Deep archaeological excavations in Vadnagar have revealed evidence of a human settlement dating back to as early as 1500 bce to 800 bce.
This also breaks the myth of the archaeological “dark… pic.twitter.com/NzDBRIld9A
— GemsOfINDOLOGY (@GemsOfINDOLOGY) January 15, 2024
कीर्ति तोरण, बौद्ध स्तूप, मानव कंकाल मिला
डॉ. अनिंद्या सरकार के अनुसार, इसी गांव में 1400 ईसा पूर्व हड़प्पन सभ्यता के आस-पास बसी बस्ती के संकेत भी मिल रहे हैं। खुदाई में 3 साल पहले तीसरी और चौथी सदी के बौद्ध स्तूप मिले हैं। 7वीं-8वीं सदी का मानव कंकाल मिला। मध्य काल से जुड़े स्मारक मिले।
कीर्ति तोरण मिला, जिस पर सोलंकी राजाओं के काल की मुहर मिली है। तोरण में गोलाकार 2 खंभे हैं, जिन पर जानवरों दौर देवताओं की कलाकृतियां बनी हैं। वडनगर का इतिहास 2500 से 3 हजार साल पुराना है। खुदाई के दौरान मिट्टी के बर्तन, गहने और औजार-हथियार मिले हैं।