APHELION: खगोल विज्ञान के लिए 21 मार्च का दिन बेहद खास रहा। मंगलवार को इक्नीनॉक्स है, मतलब दिन और रात की अवधि लगभग बराबर रही। सूर्यादय ठीक पूर्व और सूर्यास्त ठीक पश्चिम दिशा में हुआ। इसी के साथ अब पूरे मार्च लोग अपहेलियन (APHELION) का अनुभव करेंगे। इस समय पृथ्वी से सूर्य की दूरी सामान्य से काफी अधिक है।
बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत
इस घटना को हम देख नहीं सकते हैं, लेकिन महसूस कर सकते है। इस दौरान तापमान सामान्य से कम यानी ठंड का अनुभव होगा। ऐसे में बुखार, खांसी और सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है। इन रोगों से बचने के लिए हमें अपने आहार में भी बदलाव करना चाहिए।
इम्यून सिस्टम को करना होगा मजबूत
हमें ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जिससे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिले। हृदय और फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए व्यायाम भी करना चाहिए। पहनावे पर भी ध्यान रखना चाहिए।
पृथ्वी से सूर्य इतने किमी दूर
सौर मंडल में आठ ग्रह हैं। प्लूटो को छोड़कर सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षाओं में चक्कर लगा रहे हैं। पृथ्वी से सूर्य की दूरी 5 प्रकाश मिनट यानी 90,000,000 (9 करोड़) किमी है। अपहेलियन घटना पृथ्वी सूर्य से 152,000,000 (15.2 करोड़) किमी दूर होती है। जो सामान्य से 66% अधिक है।
ये रखें सावधानी
- अस्थमा मरीजों को खास ख्याल रखना चाहिए।
- चाहे बादल हो या धूप, फुल आस्तीन के कपड़े पहनें।
- आलस्य से बचने के लिए व्यायाम करें।
- खाने में हरी सब्जी, फल का इस्तेमाल हो।
क्या है अपहेलियन?
खगोल विज्ञान में दो घटनाएं होती हैं। एक पेरिहेलियन और दूसरी अपहेलियन। ये दोनों शब्द प्राचीन ग्रीक से लिए गए हैं, जहां पेरी का अर्थ है करीब। एपो का अर्थ है दूर और हेलिओस का अर्थ है सूर्य। इन दो स्थितियों को एक साथ अप्साइड्स के रूप में जाना जाता है।
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