जम्मू-कश्मीर में 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। पहलगाम में हुए हमले के चलते यात्रा पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, इसे रद्द नहीं किया जाएगा, लेकिन यात्रा में कुछ बदलाव किए जाएंगे। आतंकी हमलों को देखते हुए सुरक्षा इंतजामों को और सख्त किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के डिप्टी मुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने इसको लेकर अपडेट दिया है, जिसमें कहा गया कि श्रद्धालुओं को यात्रा में कोई खतरा नहीं है। साथ ही सरकार यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देगी और नई सुरक्षा योजनाएं बनाई जाएंगी।
क्या बदलाव संभव?
पहलगाम में आतंकी हमले के बावजूद अमरनाथ यात्रा रद्द नहीं की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने ने कहा कि ‘श्रद्धालुओं को डरने की जरूरत नहीं है। वहीं रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं कि 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए नई सुरक्षा योजना लागू की जाएगी। इस दौरान, विशेष केंद्रीय कमांड सेंटर 24 घंटे निगरानी करेगा। इसके अलावा, पहलगाम-सोनमर्ग में पर्यटकों की भी आवाजाही रोकने पर विचार किया जा सकता है।
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बढ़ाई जाएगी सुरक्षा
जानकारी के मुताबिक, ट्रांजिट कैंपों पर कड़ी सुरक्षा की जाएगी। ड्रोन और दूसरे प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस को भी बढ़ाया जाएगा। यात्रा में आमतौर पर तैनात रहने वाले डेढ़ लाख सुरक्षा कर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी। हमले के बाद अमरनाथ यात्रा में रजिस्ट्रेशन की संख्या कम हुई है। जबकि, रजिस्ट्रेशन की शुरुआत में यात्रा को लेकर लोगों में काफी जोश दिखने को मिला था। जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया हुआ है, वह भी हमले की तस्वीरें देखने के बाद से डरे हुए हैं।
आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट jksasb.nic.in पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस साल के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुके हैं।
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