Maharashtra: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का नाम चर्चा में आ गया है। इसकी वजह दक्षिण मुंबई से उद्धव गुट के सांसद अरविंद सावंत का एक बयान है। उन्होंने शिवगर्जना रैली में शरद पवार का नाम लेकर कहा कि महाविकास अघाडी की स्थापना के बाद उद्धव ठाकरे चाहते थे कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनें। लेकिन शरद पवार ने इसका विरोध किया था।
तब शरद पवार ने कहा था कि कांग्रेस-एनसीपी में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री रहे दिग्गज नेता हैं, वो ऑटो वाले के हाथ के नीचे काम करेंगे क्या? इसके बाद शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा था।
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पवार ने उद्धव को सीएम बनने का किया आग्रह
अरविंद सावंत ने आगे बताया कि शरद पवार ने कहा था कि कांग्रेस में पृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और एनसीपी में अजीत पवार, छगन भुजबल और जयंत पाटील जैसे दिग्गज नेता हैं, यह लोग ऑटोवाले के हाथ के नीचे काम कर सकते है क्या? इतना होकर भी उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे का ही नाम बढ़ाया था, लेकिन पवार ने ही उद्धव को मुख्यमंत्री बनने का आग्रह किया।
सीएम एकनाथ शिंदे ने जब जून 2022 में शिवसेना में बगावत की थी और विधायकों को सूरत ले गए थे, तब संजय राउत और कुछ नेताओ ने शिंदे को ऑटोवाला कहकर आलोचना की थी।
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शिंदे के गुट के सांसद ने कहा- सच सामने आया
सावंत के बयान पर शिवसेना के दक्षिण मध्य मुंबई सांसद राहुल शेवाले ने कहा की सत्य जनता के सामने आया है। ऑटो चलाकर महाराष्ट्र की राजनीति में सफल होने वाले एकनाथ शिंदे को महाविकास अघाडी के नेता सीएम बनना नहीं देखना चाहते थे, क्योंकि उनको पता था कि ऑटोवाला सीएम बना तो वो सफल सीएम होते। जिससे कांग्रेस और एनसीपी की सरकार में वर्चस्व नहीं होता।
अब सावंत ने लिया यूटर्न
विवाद बढ़ता देख सांसद अरविंद सावंत ने यू टर्न लिया है। उन्होंने कहा कि शिंदे को ऑटोवाला शरद पवार ने नहीं कहा था, बल्कि उन्होंने कहा था कि एक शिवसैनिक ही ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर सकता है।