World Cancer Research Fund Report: क्या बीमारी भी कद देखकर आती है? आप शायद ही इस पर यकीन करें, लेकिन यह सच है। कैंसर की बीमारी लंबे लोगों पर ज्यादा अटैक करती है। वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड की रिपोर्ट में ये चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। जिसमें बताया गया है कि लंबे लोगों में कैंसर का खतरा कम कद के लोगों से ज्यादा होता है। यूके मिलियन वूमेंस स्टडी की रिपोर्ट के अनुसार कैंसर के 17 प्रकार पर शोध किया गया था। जिसमें पता लगा कि लंबे लोगों को 15 प्रकार के कैंसर का खतरा अधिक होता है।
ऐसे समझें इस रिपोर्ट को
लंबे लोगों में बड़ी आंत, पैंक्रियाज, ओवरी, गर्भाशय, किडनी, प्रोस्टेट, ब्रेस्ट और स्किन कैंसर का खतरा अधिक है। स्टडी में दावा किया गया है कि प्रत्येक 10 सेंटीमीटर से लंबे शख्स में कैंसर होने का खतरा 16 फीसदी तक अधिक होता है। स्टडी के मुताबिक 165CM (5.5 फुट) की 10 हजार महिलाओं में 45 को कैंसर की बीमारी मिली है तो 175CM (5.89 फुट) की 10 हजार महिलाओं में 52 महिलाएं कैंसर से ग्रस्त मिली हैं।
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यानी 165CM के बजाय 175CM की महिलाओं में कैंसर की बीमारी अधिक पाई गई है। स्टडी में बताया गया है कि 23 प्रकार के कैंसर में से 22 लंबे लोगों को अधिक शिकार बनाते हैं। दावा किया गया है कैंसर का कारण लंबाई की वजह यानी बायोलॉजिकल रीजन भी हो सकता है। हालांकि कुछ तथ्य पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं। इनके पीछे कुछ कारण बताए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार लंबे लोगों में कोशिकाएं अधिक होती हैं। यानी लंबे लोगों की आंत और अन्य अंग कम कद वाले लोगों की तुलना में लंबे होते हैं।
A report revealed that taller people are at higher risk of developing #cancer. #WorldCancerResearchFund reveals that there is strong evidence taller people have a higher chance of developing cancer of the: pancreas; large bowel; uterus; ovary; prostate; kidney; skin & breast pic.twitter.com/AV6ozUjNxw
— Ch.M.NAIDU (@chmnaidu) September 3, 2024
कैसे होती है कैंसर की बीमारी?
इसलिए ऐसे लोगों को आंत का कैंसर होने के चांस भी अधिक होते हैं। वैज्ञानिक कैंसर का कारण कोशिकाओं के अंदर जमा होने वाले क्षतिग्रस्त जीन को मानते हैं। जो एक जगह इकट्ठा हो जाता है। जब कोशिकाएं नई कोशिकाओं को बनाने के लिए डिवाइड होती हैं तब जीन डैमेज होता है। यानी जितनी बार ये डिवाइड होंगी, उतनी बार जीन डिवाइड होगा। यह जितना डैमेज होगा, उतना ही बाद में नई कोशिकाओं के बीच स्टोर होगा। इस डैमेज जीन के कारण ही कोशिकाओं में कैंसर बनता है।
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