UGC Will Increase Awareness Among People For Organ Donation: देश में अंगदान को लेकर जागरूकता फैसला के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अनोखी मुहिम शुरू की है। इसके मुताबिक, अंगदान के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए UGC ने उच्च शिक्षण संस्थानों को पत्र लिखा है। पत्र में अपील की गई है कि अंगदान के लिए वे जनजागरूकता फैलाने के साथ खुद अंगदान में भागीदार बनें। UGC का मानना है कि इस तरह से देश में लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित किया जा सकेगा।
उधर, राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) देश में अंगदान को लेकर आनलाइन मुहिम चला रहा है। मुहिम के तहत, अंगदान के लिए इच्छुक नागरिक संकल्प पत्र भर सकेंगे। इसके लिए संगठन की वेबसाइट www.notto.mohfw. gov.in पर जाकर कोई भी संकल्प पत्र भरकर सबमिट कर सकता है। लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए 24 घंटे टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800114770 उपलब्ध है।
अंगदान में भारत का कौन सा स्थान?
अंगदान करने के मामले में भारत दुनिया में बेहद पिछड़ा देश है। यहां 10 लाख की आबादी पर एक या उससे भी कम ऑर्गन डोनर हैं। भारत के अलावा दूसरे देशों की बात की जाए तो स्पेन में 10 लाख की आबादी पर 36 लोग, क्रोएशिया में 35 और अमेरिका में 27 लोग ऑर्गन डोनेट करते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2014 में ऑर्गन डोनर्स की संख्या 6 हजार 916 थी, जो आठ साल में यानी 2022 में बढ़कर करीब 16 हजार पहुंच गई। हालांकि इसे मामूली वृद्धि माना गया। इसी को देखते हुए NOTTO जागरूकता के लिए मुहिम चला रहा है।
आखिर आप किन अंगों का दान कर सकते हैं?
शरीर के अंगों में लीवर (यकृत), किडनी (गुर्दा), पेनक्रियाज (अग्नाश्य), हार्ट (हृदय), लंग्स (फेफड़े) का दान किया जा सकता है। वहीं, शरीर के टिश्यूज में कार्निया, हड्डी, त्वचा, हार्ट वाल्व, रक्त वाहिकाएं, नस और कुछ अन्य टिश्यूज को भी दान कर सकते हैं।