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कोरोना के बाद एक और महामारी! चपेट में आ रहे हैं युवा, WHO ने भी किया अलर्ट

Loneliness: डब्‍ल्‍यूएचओ (WHO) ने अकेलेपन को गंभीर हेल्थ इश्यू माना है। WHO का कहना है कि अकेलेपन की परेशानी तेजी से फैल रही है। युवाओं के लिए ये कितना खतरनाक है, जानिए।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Nov 19, 2023 21:43
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Image Credit: Freepik

Loneliness: अकेलापन मेंटल हेल्थ के लिए गंभीर समस्या माना जा रहा है। पूरी दुनिया की एक बड़ी आबादी मेंटल हेल्थ की परेशानियों से जूझ रही है। अलग-अलग देशों के हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अकेलापन सिर्फ मेंटल ही नहीं फिजिकल समस्याओं की वजह भी बन सकता है। लंबे टाइम तक अकेले रहने वाले लोग डिप्रेशन, स्ट्रेस, सुसाइड जैसे विचार से जूझते रहते हैं।

यही वजह है कि WHO ने अकेलेपन को गंभीर स्वास्थ्य समस्या (Global Health Threat) माना है। डब्‍ल्‍यूएचओ का कहना है कि अकेलेपन की परेशानी दुनियाभर में तेजी से फैल रही है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देश भी इसकी चपेट में हैं। इसे एक तरह से कोरोना के बाद अब नई महामारी के तौर पर देखा जा रहा है।

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कितना खतरनाकअकेलापन

WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ लोगों में अकेलेपन की वजह से होने वाली समस्याएं एक दिन में 15 सिगरेट पीने से होने वाले नुकसान के बराबर हो सकती हैं। The Guardian में पब्लिश रिपोर्ट के अनुसार, डब्‍ल्‍यूएचओ ने लोगों के बीच सोशल रिलेशनशिप में सुधार करने के लिए जापान में एक आयोग शुरू किया है। यह आयोग लोगों में अकेलेपन से होने वाली समस्याओं को खत्म करने के लिए खास तरह की एक ग्लोबल पहल है, जिसकी हेल्प से इस खतरे को कम करने की उम्मीद जताई जा रही है।

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भारत में युवा अकेलेपन से ग्रस्त

मई 2022 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ (International Journal of Environmental Research and Public Health) में पब्लिश की गई एक रिसर्च के अनुसार, भारत के युवाओं में अकेलेपन से होने वाली समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 45 साल की उम्र के करीब 20.5% एडल्ट अकेलेपन का ज्यादा सामना कर रहे हैं।

 

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अकेलेपन की समस्या क्यों बढ़ रही है

देश के जाने-माने साइकेट्रिस्ट के मुताबिक, युवाओं में मेंटल हेल्थ की समस्या तेजी से बढ़ रही है। शहरी इलाकों में रहने वाले युवा घर और फैमिली से दूर, वर्क कल्चर, दैनिक कार्य जैसी परेशानियों की वजह से अकेलेपन का ज़्यादा शिकार हो रहे हैं।

Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।

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Written By

Deepti Sharma

First published on: Nov 19, 2023 09:43 PM

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