कोलेस्ट्रॉल से लेकर बीपी की समस्या हमारी खराब लाइफस्टाइल से संबंध रखती है। लाइफस्टाइल का सही न होने से एक से एक गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल, ऐसा पीले रंग का पदार्थ है, जिसकी जरूरत हमारे शरीर को भी होती है। कोलेस्ट्रॉल की मदद से आपका स्वास्थ्य भी सही रहता है मगर यदि इसका स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाए, तो आपको कई बीमारियां भी हो सकती हैं। कोलेस्ट्रॉल के 2 प्रकार होते हैं गुड और बैड। गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा शरीर में संतुलित और सीमित रहे, तो आप स्वस्थ रहेंगे। बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा गुड से ज्यादा बढ़ जाने से हार्ट और कार्डियो प्रॉब्लम्स की संभावना बढ़ जाती है। शराब के बारे में तो आप सभी जानते हैं कि यह किसी के लिए भी लाभकारी नहीं है। मगर इसे पीने से कोलेस्ट्रॉल और बीपी का क्या संबंध है, यह भी जान लीजिए।
रिसर्च में हुआ खुलासा
हाल ही में हुई एक हेल्थ रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग प्रतिदिन शराब पीते हैं, उन्हें कोलेस्ट्रॉल और बीपी की समस्या ज्यादा रहती है। हालांकि, इस बारे में पहले भी कई रिसर्च हुई हैं मगर नए अध्ययन का कहना है कि नियंत्रित मात्रा में शराब पीना भी लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है।
रोज शराब पीने वालों में सिर्फ कोलेस्ट्रॉल नहीं, ब्लड प्रेशर असंतुलन की समस्या भी ज्यादा रहती है। हाई बीपी से किडनी डिजीज, हार्ट डिजीज से लेकर मस्तिष्क से जुड़े रोग भी हो सकते हैं। रिसर्च टीम के मुताबिक, कोलेस्ट्रॉल और बीपी की समस्या होने पर दिल का दौरा पड़ने और डिमेंशिया की समस्या हो सकती है। हालांकि, बीपी कंट्रोल करने के लिए दवा का सेवन किया जा सकता है मगर कोलेस्ट्रॉल के लिए आपको हमेशा अपनी डाइट में बदलाव करने होते हैं।
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कहां हुई रिसर्च?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के हाइपरटेंशन जर्नल में छपी एक रिपोर्ट में, रिसर्च के लिए अमेरिका, कोरिया और जापान के 19,548 से अधिक लोगों को शामिल किया गया है। अध्ययन में 7 अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों के डाटा का विश्लेषण किया गया है, जिन पर कम से कम पांच साल तक नजर रखी गई है। स्टडी में शराब की मात्रा के बजाय शराब की खपत के ग्राम पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
रिसर्च में क्या मिला?
शोधकर्ताओं की मानें, तो रोजाना शराब पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ना तय है और बीपी की समस्या भी बढ़ जाती है। इन दोनों की स्पष्ट पहचान करना जरूरी है। सिस्टोलिक बीपी यानी हाई बीपी की समस्या में पाया गया है कि जो लोग कम या सिर्फ 1 ड्रिंक पीते हैं उनमें भी यह हाई है। रोज अल्कोहल का सेवन सिर्फ हाई नहीं लो बीपी की समस्या को भी बढ़ा रहा है। लो बीपी की समस्या पुरुषों में ज्यादा देखी गई है।
कम पीने का भी कोई लाभ नही!
रिसर्च के डॉक्टर के मुताबिक, मार्को विन्सेटी जो कि मोडेना और रेजियो एमिलिया विश्वविद्यालय और बोस्टन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के सहायक और प्रचारक हैं, कहते हैं कि अध्ययन के नतीजों का लेखा जोखा यह है कि लोग यह मानते हैं कि दिन में सिर्फ 1 या दो पैग लेने या साप्ताहिक रूप से कम पीने वाले भी संकट में हैं। साथ ही, आपको यह भी जानने की जरूरत है कि युवाओं में भी इसका कोई लाभ नहीं है, उनके शरीर पर भी कम शराब पीने का प्रभाव दिख रहा है।
शराब और कोलेस्ट्रॉल का संबंध क्या?
वहीं, शराब में रेड वाइन को कोलेस्ट्रॉल के लिए सही माना गया है क्योंकि इससे दिल की बीमारियों का रिस्क कम होता है। लेकिन शराब और कोलेस्ट्रॉल का आपसी संबंध भी जटिल है। शराब में एलडीएल की मात्रा बढ़ाने वाले कंपाउड्स होते हैं। कम पीने वाले व्यक्तियों के साथ भी ऐसा होना तय है। शराब में कैलोरी की संख्या अधिक होती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। शराब के साथ कोल्ड-ड्रिंक मिलाकर पीने से भी कोलेस्ट्रॉल हाई हो जाता है।
High Cholesterol के संकेत
- वजन बढ़ना।
- थकान।
- सिरदर्द होना।
- पैरों में दर्द।
- पैर सुन्न होना।
Cholesterol कंट्रोल करने के कुछ उपाय
- फल-सब्जियां का सेवन बढ़ाएं।
- फाइबर युक्त फूड खाएं।
- नमक-चीनी का सेवन कम करें।
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