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क्या फैटी लिवर से हार्ट अटैक के चांस बढ़ जाते हैं? डॉक्टर ने बताएं बचाव के ये उपाय

Fatty Liver Causes: फैटी लिवर और हार्ट अटैक, दोनों ही बीमारियां गंभीर होती हैं। इन बीमारियों का कारण लाइफस्टाइल होता है। क्या फैटी लिवर से ग्रसित मरीजों को हार्ट अटैक आने की संभावनाएं ज्यादा रहती हैं? इस पर लिवर एक्सपर्ट डॉक्टर सरीन क्या बताते हैं, चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं।

Author Written By: Namrata Mohanty Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Jul 24, 2025 10:05

Fatty Liver Causes: क्या फैटी लिवर की बीमारी में मरीजों को हार्ट अटैक आ सकता है? फैटी लिवर तेजी से बढ़ने वाली बीमारी है, जो दुनियाभर में फैल रही है। इसमें लिवर के ऊपर वसा का जमाव हो जाता है जिस वजह से इस अंग की कार्यक्षमता धीमी हो जाती है। कई बार फैटी लिवर की समस्या का इलाज अगर समय पर न किया जाए तो इससे लिवर सिरोसिस समेत लिवर कैंसर जैसी बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है। लिवर हमारे शरीर का ऐसा अंग है जो अन्य सभी जरूरी अंगों को सुरक्षा प्रदान करता है। लिवर की मदद से खाना पचाने में मदद मिलती है, जिससे गट हेल्थ भी इंप्रूव होती है। इसका सीधा मतलब है कि हमें बीमारियों से बचना है तो अपने लिवर को स्वस्थ रखना जरूरी है। लिवर एक्सपर्ट डॉक्टर सरीन का हार्ट अटैक और लिवर पर क्या कहना है, जानिए।

क्या बोले एक्सपर्ट?

भारत के प्रसिद्ध गैस्ट्रो एक्सपर्ट और लिवर एक्सपर्ट डॉक्टर शिव कुमार सरीन के मुताबिक, लिवर सारी बड़ी बीमारियों की जड़ है। अगर इस एक ऑर्गन को हमने ठीक नहीं रखा तो हार्ट, किडनी, बीपी से लेकर कैंसर भी हो सकता है। इसलिए, इनडायरेक्ट वे से लिवर की बीमारी का हार्ट अटैक से संबंध होता है।

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ऐसा क्यों होता है?

दरअसल, फैटी लिवर की स्थिति में खाना सही से पचाने में दिक्कत होती है। लिवर में फैट बढ़ जाने से इसकी कार्यक्षमता बिगड़ जाती है, ऐसे में शरीर के अंदर खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाता है। खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज हो जाती है। ब्लॉकेज से ही हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की स्थिति पैदा होती है। वहीं, फैटी लिवर होने और हार्ट अटैक के कुछ लक्षण भी सामान्य हैं, जैसे मोटापा, हाई बीपी और हाई शुगर लेवल।

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कैसे होगा बचाव?

डॉक्टर ने फैटी लिवर की समस्या को कम करने के लिए कुछ उपाय बताए हैं:

स्लिम-फिट रहे- एक्सपर्ट बताते हैं कि आपको अपनी हाइट के अनुसार, वजन रखना है। अगर आपकी हाइट 170 है, तो इसमें से 100 माइनस कर दीजिए। इसका मतलब आपका वेट लगभग 70 होना चाहिए। अगर फैटी लिवर की समस्या जेनेटिकल है तो वजन 65 किलो होना चाहिए।

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वैस्ट (कमर)- आपकी कमर पतली होना चाहिए। इसका मापदंड इस प्रकार है महिला की कमर का साइज 28 और हिप लाइन 4। इसका मतलब वेस्ट साइज 0.7 महिलाओं में होना चाहिए और पुरुषों में 0.9 होना चाहिए। डॉक्टर कहते हैं कि आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप अपनी कमर के हिसाब से जीन्स न लेकर जीन्स की साइज में खुद को फिट करें। इसके लिए जरूरी है व्यायाम करना और वजन कम करना।

मस्से और काली लाइनें- अगर किसी की गर्दन के पास मस्से और काली लाइनें हैं, जिसे हम मैल कहते हैं, तो यह भी फैटी लिवर का साइन है।

घी खाएं- अपनी डाइट में तरह-तरह के तेलों की जगह देसी घी का इस्तेमाल करें। शुद्ध और घर का बना हुआ घी खाने से लिवर हेल्दी रहता है।

क्या न करें?

  • बाहर का खाना खाने से बचें।
  • शुगर और फैट बेस्ड फूड्स से दूरी बनाएं।
  • वॉक और एक्सरसाइज जरूर करें।
  • अगर फैमिली हिस्ट्री है तो समय-समय पर अपनी जांच करवाते रहें।

Fatty Liver के कुछ संकेत

  • थकान होना।
  • पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द।
  • दर्द और बेचैनी होना।
  • वजन घटना।
  • पेट में सूजन होना।
  • स्किन में खुजली और पैरों में सूजन होना।

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First published on: Jul 24, 2025 09:17 AM

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