Heart Attack Causes: लाइफस्टाइल खराब होने से आपको कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। इनमें हाई ब्लड शुगर लेवल सबसे सामान्य बीमारी होती है। अक्सर हम शुगर के बढ़ते स्तर को सिर्फ डायबिटीज से जोड़ देते हैं। जबकि डायबिटीज सिर्फ ब्लड शुगर से जुड़ी बीमारी नहीं माना जा सकता है। हकीकत तो यह है कि ये दिल के लिए भी बड़ा खतरनाक है। मेडिकल रिपोर्ट्स के मुताबिक, डायबिटीज मरीजों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में लगभग दो से चार गुना ज्यादा होता है।
आकाश हेल्थकेयर के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. आशीष अग्रवाल बताते हैं कि इसका कारण लगातार बढ़ा हुआ शुगर लेवल है, जो नसों और ब्लड वेस्लस को नुकसान पहुंचाता है, जिससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
शुगर और ब्लड प्रेशर मैनेजमेंट क्यों जरूरी है?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि डायबिटीज मरीजों के लिए सिर्फ शुगर कंट्रोल करना ही काफी नहीं होता है बल्कि ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है। हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल, दोनों ही हार्ट अटैक के प्रमुख कारण हैं और डायबिटीज इन दोनों का खतरा बढ़ा देता है। इसलिए मरीजों को नियमित रूप से अपना शुगर, बीपी और कोलेस्ट्रॉल चेक करवाते रहना चाहिए।
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हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव क्यों जरूरी है?
डॉक्टर सलाह देते हैं कि डायबिटीज मरीजों को रोजाना कम से कम 30 मिनट तेज वॉक करनी चाहिए। डाइट में हरी सब्जियां, सलाद, फल, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन शामिल करना चाहिए। जंक फूड, मीठी ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड और अधिक नमक वाले फूड्स से परहेज करना जरूरी है। पर्याप्त नींद, तनाव नियंत्रण और धूम्रपान-शराब से दूरी बनाने से भी हार्ट हेल्थ के लिए जरूरी है।
रेगुलर चेकअप से होगा बचाव
कई बार हार्ट डिजीज के शुरुआती लक्षण डायबिटीज मरीजों में स्पष्ट नहीं दिखते, इसलिए साल में कम से कम एक बार ईसीजी और हार्ट हेल्थ चेकअप करवाना चाहिए। समय पर पहचान और इलाज से हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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