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कैंसर के खात्मे के लिए वरदान है ये पेड़! वैज्ञानिकों के दावे से मेडिकल जगत में राहतभरी खबर

Biblical Tree: 1980 के दशक में पुरातत्वविदों ने खुदाई के दौरान एक बीज की खोज की थी। इस बीज का जिक्र बाइबल में बताए गए पेड़ों से हो सकता है। इस बीज को पुराना यानी 993 से 1202 के बीच का बताया गया है। लगभग 1000 साल बाद इस बीज से 10 फीट ऊंचा पेड़ उगा है, जिसे कैंसर के इलाज में सफल माना जा रहा है।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Sep 24, 2024 14:53
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Biblical Tree: कैंसर एक घातक बीमारी है। इसका इलाज इतना महंगा है कि हर कोई इसका ट्रीटमेंट करवा सके, यह संभव नहीं है। वैज्ञानिकों ने 1980 के दशक में एक बीज की खोज की थी, इस बीज को बाइबल में बताए गए पेड़ का बताया गया था। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बीज से जो पेड़ उगा है, वह कैंसर का इलाज करने में सक्षम है। चलिए, जानते हैं इस प्राचीन पेड़ के बारे में।

कहां मिला था यह पेड़?

वैज्ञानिकों ने 993 ई. से लेकर 1202 ई. के बीच एक रहस्यमयी बीज की खोज की थी। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह बीज पश्चिमी तट और इजराइल के बीच जूडियन रेगिस्तान में पाया गया था। इस बीज को बाइबल में बताए गए पेड़ों की एक प्रजाति का बीज बताया गया है। अब यह बीज लगभग 1,000 साल बाद 10 फीट ऊंचे पेड़ में बदल गया है।

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क्या है इस पेड़ की कहानी?

अगर इस पेड़ के प्राचीन होने की बात करें तो बाइबिल में एक रानी का नाम “शेबा” था। उस रानी के आधार पर ही पेड़ का नाम रखा गया था। बाइबल में इस प्राचीन बीज को पेड़ बनने में 14 साल लगे थे। अब 1980 के दशक के अंत में एक गुफा में खुदाई के दौरान वैज्ञानिकों ने इसे खोजा था।

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क्या कैंसर का इलाज कर सकते हैं यह बीज?

वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह पूरी तरह से विकसित पेड़ त्सोरी है। त्सोरी का अर्थ बाम बताया गया है। दावे में कहा गया है कि पेड़ के दोबारा उगने से बाइबिल में लिखे बाम के पीछे के रहस्यों का पता लगाया जा सकता है।

यह पेड़ कैमफोरा प्रजाति से भी जुड़ा है, जो खुशबूदार महक वाला एक पेड़ है। इस पेड़ के बारे में कुछ लोगों का मानना है कि यह बाम ऑफ गिलियड है। बाम ऑफ गिलियड एक प्रकार का इत्र है, जिसका जिक्र बाइबल में किया गया है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, इस पेड़ के पत्तों के रस से कैंसर की रोकथाम हो सकती है। इस पेड़ के पत्तों में ऐसे औषधीय गुणों के होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इस पर अब तक हुई रिसर्च में पाया गया है कि यह पेड़ कैंसर से होने वाली सूजन कम कर सकता है, साथ ही स्किन को चिकना बनाने का काम भी कर सकता है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें।News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

HISTORY

Written By

Namrata Mohanty

First published on: Sep 24, 2024 02:53 PM

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