कैंसर और एसिडिटी दो अलग-अलग बीमारियां हैं। मगर कैंसर की तुलना में एसिडिटी को ज्यादा गंभीर नहीं माना जाता है। क्योंकि एसिडिटी को सही करने का इलाज है, लेकिन कैंसर का इलाज मौजूद होने के बाद भी इससे जान जाने का रिस्क बना रहता है। कैंसर और एसिडिटी के बीच भी कोई संबंध है या नहीं? हाल ही में मेट्रोपॉलिस की चेयरपर्सन अमीरा शाह ने खुलासा कर बताया है कि जिन लोगों को हमेशा एसिडिटी की समस्या होती है, उन्हें कैंसर हो सकता है। उनका यह दावा कितना सही है? आइए जानते हैं।
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मेट्रोपॉलिस हेल्थ केयर की चेयरपर्सन अमीरा शाह बताती हैं कि उन्होंने अपने करियर में एक ऐसा केस भी डायग्नोज किया है, जिसमें एसिडिटी कैंसर का कारण निकला। वे बताती हैं कि इस बात की कोई ठोस पुष्टि नहीं है कि एसिडिटी है, तो कैंसर होगा, लेकिन बहुत संभावनाएं हैं कि एसिडिटी के मरीज को भी कैंसर हो सकता है। कैंसर का एक फैक्टर Acidity भी होता है।
कैसे एसिडिटी से होता है कैंसर?
एसिडिटी, जिसे हम आमतौर पर पेट की जलन या गैस की समस्या कहते हैं, मूल रूप से पेट में एसिड के अत्यधिक उत्पादन के कारण होती है। हालांकि, कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि Acidity सीधे तौर पर कैंसर का कारण नहीं बनती, लेकिन यह एक प्रभावी कारक हो सकती है। इसके पीछे वजह है एसिडिटी होने की। एसिडिटी ज्यादा शराब पीने, केमिकल और रसायनों वाले खाने और प्रोसेस्ड फूड्स खाने से होती है। प्रोसेस्ड मीट्स भी एसिडिटी का कारण होती हैं। ये सभी फैक्टर्स कैंसर का भी कारण हो सकते हैं।
क्या हर व्यक्ति को कैंसर का खतरा है?
नहीं, हर व्यक्ति जो एसिडिटी से ग्रस्त है, उसे कैंसर नहीं होगा। कैंसर के विकास के लिए बहुत से अन्य कारण भी शामिल हैं जैसे कि जीन के कारण, धूम्रपान और शराब, खराब आहार का सेवन करना। एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्याओं से पेट के कैंसर की संभावनाएं बढ़ जाती है। ऐसे फूड्स को खाने से कैंसर सेल्स के बनने की प्रक्रिया तेज हो जाती है, जो पाचन तंत्र को भी प्रभावित करती है। कैंसर के अलावा, पेट के अल्सर भी बन सकते हैं।
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कब लेनी चाहिए डॉक्टर की राय?
अगर किसी को लगातार पेट में जलन, सीने में जलन, अपच या गैस जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यदि ये लक्षण गंभीर हो गए हैं या दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, तो देरी न करें। लॉन्ग टर्म एसिडिटी को कॉमन हेल्थ प्रॉब्लम न समझें।
पेट के कैंसर के कुछ अन्य संकेत
- पेट के साथ सीने में जलन।
- पेट दर्द और बेचैनी होना।
- भूख न लगना।
- वजन कम होना।
- पेट फूलना।
- मल में खून आना।
- एनीमिया की स्थिति होना।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।