Munakka Vs Raisins: किशमिश और मुनक्का दोनों ही सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। देखने में भी लगभग दोनों एक जैसे ही होते हैं। लेकिन पोषक तत्वों की तुलना में दोनों में काफी अंतर होता है। किशमिश खाने से कब्ज की समस्या कम होती है, वहीं मुनक्का खाने से शरीर में खून बढ़ता है। बता दें कि मुनक्का का इस्तेमाल आयुर्वेद में दवा के रूप में भी किया जाता है। कई लोग सर्दियों में किशमिश और मुनक्का का इस्तेमाल एनर्जी बॉल्स बनाने के लिए भी करते हैं। आइए जानते हैं कि किशमिश और मुनक्का में क्या फर्क होता है और सेहत के लिए यो कितने फायदेमंद होते हैं?
मुनक्का के फायदे
मुनक्का में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, बीटा कैरोटीन, एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये शरीर में खून की कमी दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें फाइबर कि मात्रा अधिक होती है, जो डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करता है। एनीमिया के मरीजों को मुनक्का जरूर खाना चाहिए। साथ ही ब्लड प्रेशर कम होने पर भी मुनक्का फायदेमंद होता है। हार्ट हेल्थ और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। इसके लिए आप हर रोज मुनक्का को दूध या पानी में रात भर भिगोकर सुबह खा सकते हैं।
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किशमिश के फायदे
किशमिश में आयरन, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कॉपर और मैंगनीज का एक अच्छा सोर्स है। इसके अलावा किशमिश में विटामिन बी6 का भरपूर मात्रा में पाया जाता है। किशमिश खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है। फाइबर से भरपूर किशमिश खाकर के पुरुषों की हेल्थ के लिए भी अच्छी मानी जाती है। इसके साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढाने में मदद करती हैं। अगर आप हर रोज भिगोकर किशमिश खाते हैं, तो वजन भी कम होता है और हड्डी और दांतों को मजबूत बनाने में भी मदद करती है।
किशमिश और मुनक्का में फर्क
किशमिश का साइज छोटा और दिखने में पतली होती है, तो वहीं मुनक्का साइड में बड़ा और और दिखने में मोटा होता है। किशमिश का रंग थोड़ा हल्का होता है, वहीं मुनक्का डार्क ब्राउन कलर का होता है। किशमिश खाने में थोड़ी सी खट्टी और मुनक्का मीठा होता है। किशमिश को छोटे अंगूरों को सुखाकर तैयार किया जाता है और उसमें बीज नहीं होते हैं। मुनक्का को बड़े साइज के पके अंगूर को सुखाकर बनाया जाता है और इसके अंदर काफी सारे बीज होते हैं।
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