नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने इस साल होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इन दिनों गुजरात में हैं. सोमवार को उन्होंने गुजरात में बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि मैं गुजरात के लोगों को रोजगार की गारंटी देता हूं। राज्य के हर बेरोजगार व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी। जिन लोगों को नौकरी नहीं मिलेगी उन्हें हर महीने 3 हजार रुपये दिए जाएंगे।
आप की ओर से जारी लिस्ट में ये नाम शामिल
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने जो पहली सूची जारी की है, उनमें भीमाभाई चौधरी को देवदार से, जगमलवाला को सोमनाथ से, अर्जुन राठवा को छोटा उदयपुर से, सागर रबारी को बेचाराजी से, वाशरम सगथिया को राजकोट ग्रामीण से, राम धदुकी को कामराजी से, शिवलालभाई बरसिया को राजकोट साउथ से, सुधीर वघानी को गरियाधर से, राजेंद्र सोलंकी को बारडोली से और ओम प्रकाश तिवारी को नरोदा (अहमदाबाद) से टिकट दिया गया है.
Aam Aadmi Party (AAP) releases the first list of ten candidates for the Gujarat Assembly elections to be held this year. pic.twitter.com/LJ5Qkxk8Lh
— ANI (@ANI) August 2, 2022
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केजरीवाल ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने की बात कही
केजरीवाल ने सोमवार को दावा किया कि गुजरात में उनकी सरकार आने पर 10 लाख सरकारी नौकरियां निकालेंगे, पेपर लीक के खिलाफ कानून लाएंगे और बिना रिश्वत व सिफारिश के सहकारिता में नौकरी मिलेगी।
इस दौरान उन्होंने फ्री की रेवड़ी पर कहा कि ये लोग सारी फ्री की रेवड़ी अपने दोस्तों में बांटते हैं और स्विस बैंको में ले जाते हैं, जबकि केजरीवाल रेवड़ी स्विस बैंक में नहीं ले जाता है, जनता में बांटता है।
केजरीवाल ने मोदी सरकार पर साधा था निशाना
केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि देश की रेवड़ी जनता की जेब में जानी चाहिए या इनके दोस्तों के स्विस बैंकों में जानी चाहिए। देश में एक जनमत संग्रह होना चाहिए कि देश के सभी बच्चों को फ्री में अच्छी शिक्षा और फ्री में सबको अच्छा इलाज मिलना चाहिए या नहीं।
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता को फ्री में सहूलियतें देने की वजह से सरकारें घाटे में नहीं होती हैं, बल्कि स्विस बैंको में पैसा ले जाने और भ्रष्टाचार करने से कर्ज में होतीं हैं। गुजरात के सामने दो मॉडल है। एक इनका मॉडल है, जिसमें जहरीली शराब मिलेगी, भ्रष्टाचार मिलेगा, बच्चे आत्महत्या करेंगे और सारी रेवड़ी स्विस बैंकों में जाएगी। जबकि दूसरा हमारा मॉडल है, जिसमें सबको फ्री बिजली, स्कूल-अस्पताल, रोजगार मिलेगा और सारी रेवड़ी जनता में बांटी जाएगी।