रांची: दुमका की अंकिता जिंदगी की जंग हार गई। पांच दिनों तक लड़ाई के बाद रांची की रिम्स में उसकी मौत हो गई। 16 साल लड़की एकतरफा प्यार की सूली चढ़ गई। अंकिता के मौत की खबर जैसे ही दुमका पहुंची, लोग आक्रोशित हो गए और सड़कों पर प्रदर्शन के लिए निकल पड़े। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे। लोग दुकान बंद कराने लगे। इससे इलाके में तनाव है। एहतियातन पूरे शहर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला?
मामला एकतरफा प्यार का है। दुमका के नगर थाना क्षेत्र के जरूवाडीह मोहल्ले के रहने वाले शाहरुख ने अंकिता पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। अंकिता की गलती इतनी थी कि उसने फोन पर बात करने से इनकार कर दिया। बुरी तरह झुलस चुकी अंकिता को दुमका मेडिकल कॉलेज के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया गया था। ये घटना 23 अगस्त की सुबह की है।
सुबह के चार बजे अंकिता के अपने घर पर सो रही थी। उस समय उसके घर पर दादा-दादी, उसके पिता और उसका छोटा भाई मौजूद था। अंकिता जब उठी तो वो आग से घिर चुकी थी। उसके कमरे आग लगी थी। उसने किसी तरह से कमरा खोला और बाहर निकली। आंगन में रखे पानी को अपने उपर डाल दी। लेकिन तब तक अंकिता बुरी तरह से जल चुकी थी। चीख-पुकार सुनकर दादा-दादी और पिता जग गए। कम्बल लपेटकर आग बुझाया और बुरी तरह जली अंकित को दुमका मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने घटना के बाद शाहरुख नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया। अंकिता के घरवालों का कहना है कि उसने अंकिता को जलाया है। वो अंकिता का फोन नंबर लेकर उसे फोन करता था। लेकिन अंकिता उसका फोन नहीं उठाती तो धमकी देता था कि मेरा कहा नहीं मानोगे तो मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगा। इधर दुमका एसपी रविवार शाम अंकिता के घर पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि दोषी युवक को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करवाकर सजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि हत्यारोपी शाहरुख अभी दुमका जेल में है।
घटना के बाद शहर में उबाल है। विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने दुमका बाजार में बंद रखा और विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और फांसी की मांग की है।