अब आपको पोस्ट ऑफिस पहले की तरह बोरिंग नहीं लगेंगे. क्योंकि भारतीय डाक अब लेकर आई है Gen Z पोस्ट ऑफिस. युवा पीढ़ी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए भारतीय डाक ने Gen Z पोस्ट ऑफिस की शुरुआत की है. एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में मौजूद डाक घरों की थीम को बदला गया है. इंडियन डाक का मकसद ज्यादा से ज्यादा युवाओं को पोस्ट ऑफिस की तरफ आकर्षित करना है.
Gen-Z पोस्ट ऑफिस क्या है?
ये नए जमाने का पोस्ट ऑफिस है. पुराने डाकघरों की कायापलट कर इन्हें तैयार किया गया है. इन्हें मॉर्डन टैकनीक, डेकोरेशन और सुविधाओं से लैस किया गया है. पोस्ट ऑफिस में सब कुछ डिजिटल है. अब युवा QR कोड से पेमेंट कर सकते हैं, साफ-सुथरी जगह पर बैठ सकते हैं. युवाओं के लिए कॉफी शॉप और वाई-फाई की सुविधा का भी अच्छा इंतजाम है.
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कहां-कहां खुला Gen-Z पोस्ट ऑफिस?
Gen-Z पोस्ट ऑफिस की शुरुआत IIT दिल्ली में हुई. ये मॉडल सभी को इतना पसंद आया कि कई कॉलेजों ने इसे अपनाया. केरल के कोट्टायम के सीएमएस कॉलेज में Gen Z पोस्ट ऑफिस की शुरुआत की गई है, जिसे खुद स्टूडेंट्स ने डिजाइन किया है. पोस्ट ऑफिस में बेहद खूबसूरत गार्डन, पुराने टायरों से बना स्टूल और कई सारी पेंटिंग लगाई गई हैं, जिन्हें छात्रों ने ही बनाया है. इस पोस्ट ऑफिस को खास बनाता है, इसका माईस्टैम्प कॉर्नर. यहां छात्र अपनी फोटो के साथ स्टैम्प बना सकते हैं. पोस्ट ऑफिस में चार्जिंग प्वॉइंट, बोर्ड गेम और लाइब्रेरी भी है. केरल के अलावा विशाखापत्तनम की आंध्र प्रदेश यूनिवर्सिटी में भी Gen Z पोस्ट ऑफिस खोला गया है. इसमें डिजिटल डिस्पले, मोबाइल चार्जिंग स्टेशन समेत कई सुविधाएं हैं.
इंटर्नशिप का भी ऑफर
पोस्ट ऑफिस को सुविधाओं से लैस करने के साथ-साथ उनके करियर पर भी सरकार का फोकस है. युवा Gen Z पोस्ट ऑफिस में इंटर्नशिप कर सकते हैं, जिससे वो इंडियन पोस्ट के काम को और करीब से समझ सकें.
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