टिकटॉक को देखने के बाद यूट्यूब ने शॉर्ट वीडियो फीचर लॉन्च किया था। इसके बाद मेटा कंपनी ने इसे रील के रूप में फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स के लिए जारी किया था। रील और YouTube Shorts को लोगों ने खुब पसंद किया। कंपनी भी इसे बढ़ावा देने के लिए मोनोटाइज पॉलिसी में बदलाव कर चुकी है। अब एक बार फिर से यूट्यूब शॉर्ट्स को लेकर बड़ी खबर आ रही है। इस बार किसी कंपनी नहीं बल्कि इसमें काम करने वाले कर्चारियों ने बड़ा खुलासा किया है। कई कर्मचारी यूट्यूब शॉर्ट्स में बदलाव को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि क्यों ये लोग चिंतित हैं और इससे कंपनी के ऊपर क्या असर हो सकता है।
YouTube Shorts की सफलता से चिंतित हैं कर्मचारी
यूट्यूब के कई कर्मचारी ऐसे हैं जो यूट्यूब शॉर्ट्स की सफलता से चिंतित हैं। कंपनी में इसे लेकर मीटिंग होने के बाद कर्मचारियों ने दावा किया है कि शॉर्ट वीडियो की वजह से कंपनी को भारी नुकसान हो सकता है। भले ही क्रिएटर शॉर्ट्स के जरिए मोटा पैसा कमा रहे हैं, लेकिन इस से पुराने क्रिएटर्स प्रभावित हो रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं ऐड रेवेन्यू मॉडल को लेकर भी उन्होंने सवाल किया है।
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पुराने क्रिएटर इस तरह हो रहे हैं प्रभावित
कंपनी के कर्मचारियों की माने तो शॉर्ट्स की वजह से लॉन्ग वीडियो देखने में लोगों की दिलचस्पी कम हो रही है। जो लोग लॉन्ग फोर्मेट में वीडियो बनाते हैं, उनकी कमाई में लगतार कमी आ रही है। कुछ क्रिएटर नए तरीके से क्रिएटिव वीडियो अपलोड कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मुश्किले उनके लिए खड़ी हो रही है जो इंफोर्मेटिव वीडियो बनाते हैं।
यूट्यूब में जोड़े जा सकते हैं ये नए फीचर्स
यूट्यूब के कर्मचारियों ने लॉन्ग वीडियो को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए AI टूल्स इस्तेमाल करने के लिए कहा है। कर्मचारियों के अनुसार कंपनी को शॉर्ट्स को बढ़ावा देने की जगह इसमें नए टूल्स जोड़ने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही पुराने रेवेन्यू मॉडल को भी जारी रखने के लिए कहा है। ऐसे में संभव है कि आगे चलकर यूट्यूब में नए फीचर्स जोड़े जा सकते हैं।