Second Hand Phone Buying Tips: बजट कम होने की वजह से क्या आप भी इन दिनों एक पुराना स्मार्टफोन खरीदने का सोच रहे हैं? तो ये लेख आपकी काफी मदद कर सकता है। जी हां, आज हम आपको तीन ऐसी बातें बताएंगे जिन्हें आपको पुराना फोन खरीदते समय कभी भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। वरना आपको लेने के देने भी पड़ सकते हैं। कई बार तो ऐसा भी देखा गया है कि दुकानदार खराब फोन को चमका कर चिपका देते हैं। जबकि कई बार चोरी का फोन भी आपके माथे मढ़ देते हैं। ऐसा कोई स्कैम आपके साथ न हो इसलिए इन बातों का जरूर ध्यान रखें…
सीरियल और IMEI नंबर चेक करें
किसी भी सेकंड हैंड फोन को खरीदने से पहले आपको सबसे पहले ये चेक करना चाहिए कि फोन का IMEI नंबर डिब्बे पर छपे हुए नंबर से मैच कर रहा है या नहीं। चाहे आप फोन ऑनलाइन खरीदें या किसी दुकानदार से इस बात का खास ख्याल रखें। इसके बाद, IMEI नंबर को IMEI टूल में ऑनलाइन एंटर करें। जहां आपको फोन के वैलिड होने समेत सभी जानकारी मिल जाएगी। यदि दुकानदार इसे छिपाने की कोशिश कर रहा है तो यह एक सिग्नल है कि फोन चोरी का या नकली हो सकता है।
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फिजिकल कंडीशन करें चेक
सेकंड हैंड फोन को खरीदने से पहले उसकी फिजिकल कंडीशन भी अच्छे से जांच लें। अगर आप ऑफलाइन फोन खरीद रहे हैं, तो स्क्रीन, चार्जिंग पोर्ट, हेडफोन जैक और कैमरा लेंस को भी अच्छे से चेक करें। भले ही फोन तस्वीरों में अच्छा लग रहा हो, लेकिन हो सकता है कि यह रिपेयर किया गया हो और इस दौरान कई बार तो इस पर स्क्रैच भी आ जाते हैं। इस लिए इस बात की अच्छे से जांच कर लें।
पोर्ट और बैटरी लाइफ चेक करें
फोन का चार्जिंग पोर्ट और हेडफोन जैक अच्छे से चेक करें। आजकल कुछ फ़ोन्स में तो बैटरी सेटिंग्स के अंदर ही बैटरी हेल्थ का ऑप्शन मिलने लगा है। 90-100% के बीच का स्कोर अच्छे बैटरी हेल्थ को दिखाता है, 80-90% एक एवरेज बैटरी स्कोर है, और 80% से नीचे बैटरी हेल्थ होने पर इसे बदलने की जरूरत है। इसलिए अच्छी बैटरी हेल्थ वाला स्मार्टफोन ही खरीदें।
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