India Smartphone Export: भारत ने स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जिसके तहत अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के बीच 1.55 लाख करोड़ के स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट किया गया है। प्रोडक्शन से जुड़ी प्लानिंग (PLI Scheme) की बदौलत पिछले फाइनेंशियल वर्ष 2023-24 (FY24) में कुल एक्सपोर्ट 1.31 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। वहीं, जनवरी 2025 में अब तक का सबसे अधिक 25,000 करोड़ रुपये महीने का एक्सपोर्ट हुआ है, जो जनवरी 2024 की तुलना में 140% अधिक है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
तेजी से बढ़ता स्मार्टफोन निर्यात
FY24 के पहले 10 महीनों में स्मार्टफोन निर्यात में 56% की बढ़ोतरी देखी गई, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर 99,120 करोड़ रुपये की तुलना में बहुत ज्यादा है। Apple और Samsung जैसी कंपनियां इस बढ़ोतरी में जरूरी योगदान दे रही हैं। इसमें iPhone मैन्युफेक्चरर ने लगभग 70% योगदान दिया, जिसमें तमिलनाडु की कंपनी Foxconn की 50% हिस्सेदारी है, जबकि Foxconn का एक्सपोर्ट पिछले साल की तुलना में 43% बढ़ा है।
वहीं Tata Electronics है, जो कर्नाटक में प्रोडक्शन कर रही है। इसने कुल एक्सपोर्ट बढ़ोतरी में 22% योगदान दिया। यह कंपनी पहले Wistron की यूनिट का बना कर रही थी। इसके अलावा Pegatron (तमिलनाडु) ने 12% हिस्सेदारी दी। Apple के बाद सैमसंग ने भारत के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में 20% का योगदान दिया। वहीं 18% का योगदान भारतीय कंपनियों ने दिया है।
PLI स्कीम का हुआ फायदा
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उम्मीद जताई है कि FY25 में स्मार्टफोन निर्यात 1.68 लाख करोड़ रुपये (20 बिलियन डॉलर) तक पहुंच सकता है। बता दें कि 10 साल पहले भारत का स्मार्टफोन निर्यात 67वें स्थान पर था, लेकिन अब यह देश के दूसरे सबसे बड़े एक्सपोर्ट इंडस्ट्री के रूप में सामने आया है। बता दें कि PLI योजना के बाद निर्यात में उछाल आया है। FY21 में 23,390 करोड़ रुपये रहा है। वहीं FY22 में 47,340 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में दोगुना है। FY23 की बात करें तो इस फाइनेंशियल ईयर में ये आंकड़े 91,652 करोड़ रुपये के पास पहुंच गए थे। FY24 में स्मार्टफोन निर्यात 1.31 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।
स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग का हब है भारत
PLI योजना के तहत भारत तेजी से ग्लोबल स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग सेंटर बनता जा रहा है। Apple, Samsung जैसी कंपनियां ‘मेड इन इंडिया’ डिवाइस को बड़े पैमाने पर एक्सपोर्ट कर रही हैं। इस कारण भारतीय इकोनॉमी को मजबूती मिल रही है, इससे लाखों नौकरियां जनरेट हो रही हैं और भारत ग्लोबल मार्केट में स्ट्रॉन्ग प्लेयर की तरह सामने आया है।