Google Docs Voice Typing Feature: गूगल डॉक्स यूजर्स को कई सुविधाएं प्रदान करता है। इसमें से एक सबसे कमाल का फीचर वॉयस टाइपिंग का है। अब, यह एक सामान्य सुविधा है और अब एक एक्सेसिबिलिटी सुविधा है, जो सामान्य और शारीरिक रूप से सक्षम दोनों लोग को कुछ ही क्लिक में यह सुविधा प्रदान करता है। यहां हम इस आर्टिकल में गूगल डॉक्स में मिलने वाली वॉयस टाइपिंग के बारे में विस्तार से बताएंगे।
Google Docs Voice Typing Feature क्या है?
वॉयस टाइपिंग एक ऐसी सुविधा है जो यूजर्स को अपनी आवाज का उपयोग करके टाइप करने की अनुमति देती है। यह सुविधा यूजर्स के लिए उस वक्त जरूरी हो जाती है जब कोई यूजर किसी कारणवश अपने डिवाइस में टाइपिंग नहीं कर पा रहे हों या कीबोर्ड खराब हो गया हो। यह सुविधा उन लोगों के लिए सबसे खास हो जाती है, जो फिजिकली तौर पर सक्षम नहीं हैं। यानी जिन यूजर के उंगलियों में कोई बीमारी हो गया है, जिसके कारण वह कीबोर्ड पर टाइप नहीं कर सकते।
Google Docs में वॉयस टाइपिंग का इस्तेमाल कैसे करें?
- सबसे पहले किसी भी वेब ब्राउजर का उपयोग करके Google डॉक्स (docs.google.com) ओपन करें।
- इसके बाद Google अकाउंट का उपयोग करके लॉगिन करें।
- फिर Create a new document पर क्लिक करें और सबसे ऊपर Tools टैब पर क्लिक करें।
- अब ड्रॉप-डाउन मेनू से वॉयस टाइपिंग ऑप्शन का चयन करें।
- डॉक्युमेंट स्क्रीन पर आपको माइक्रोफोन के साथ एक छोटी पॉपअप विंडो दिखाई देगी।
- यहां आपको भाषा चयन करने के लिए एक छोटा सा ड्रॉप डाउन दिखाई देगा।
- फिर, वॉयस टाइपिंग शुरू करने के लिए माइक आइकन पर क्लिक करें और अपने पीसी से बोलना शुरु करें।
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इन बातों का रखें ख्याल
हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि गूगल डॉक्स कई बार आपकी भाषा को पूरी तरह कैप्चर नहीं कर पाता है। इसके अलावा आपको ये भी देखने को मिल सकता है कि जो आप वर्ड बोलेंगे वह शुद्ध रूप से लिखा नहीं होगा। हिंदी में बोलेंगे तो कुछ मात्राएं सहित अन्य गलतियां देखने को मिल सकता है। ऐसे में हम सलाह देते हैं कि गूगल डॉक्स से वॉयस टाइपिंग की सुविधा का लाभ लेने के बाद कंटेंट की प्रूफरीडिंग जरूर करें।