Google Chrome High-Risk Warning: भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम यानी Cert-In ने Google Chrome OS में कई खामियों के संबंध में एक हाई रिस्क चेतावनी जारी की है। सरकार ने अपने हालिया सुरक्षा नोट CIVN-2024-0031 में इन सभी खामियों के बारे में बताया है, सरकारी अनुसंधान टीम ने खुलासा किया है कि इस वक्त कई क्रोम यूजर खतरे में हैं और 114.0.5735.350 वर्जन से पहले Google Chrome OS के यूजर्स के लिए जोखिम पैदा करती हैं।
CERTIn के अनुसार, हैकर्स इन खामियों का यूज करके मनमाने कोड को सिस्टम में एडिट कर सकते हैं, साथ ही कंप्यूटर पर पूरा कंट्रोल हासिल कर सकते हैं। यहां तक कि सिक्योरिटी रेस्ट्रिक्शन्स को बायपास कर सकते हैं। आइये जानते हैं कहां-कहां मिली ये खामियां…
कहां-कहां मिली ये खामियां?
यह खामियां ब्राउज़र में दो जगह मिली हैं।
साइड पैनल सर्च में
गवर्नमेंट रिसर्च टीम के अनुसार हैकर्स साइड पैनल सर्च फीचर का यूज करके आपका डाटा चुरा सकते हैं, साथ ही आपके सिस्टम पर मनमाने कोड एडिट कर सकते हैं यहां तक कि ब्राउज़र सिक्योरिटी को भी बायपास कर सकते हैं।
CERT-In has published Vulnerability notes on its website (08-02-2024)
CIVN-2024-0031 – Multiple Vulnerabilities in Google Chrome OS
CIVN-2024-0030 – Code Execution Vulnerabilities in Microsoft Edge (Chromium-based)
Visit CERT-In website (https://t.co/EfuWZNuFJC)— CERT-In (@IndianCERT) February 9, 2024
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इन्सुफिसिएंट डाटा वेलिडेशन एक्सटेंशन्स
इसके अलावा इन्सुफिसिएंट डाटा वेलिडेशन एक्सटेंशन्स में भी बग मिला है। जिसका फायदा हैकर्स उठा सकते हैं। इस बग का यूज करके हमलावर आपके सिस्टम पर भी पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता है।
कैसे रखें खुद को सुरक्षित
इन खामियों से बचाव के लिए, Cert-In ने अपने Google Chrome को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करने की सलाह दी है जिसमें Google द्वारा सिक्योरिटी इम्प्रोवेमेन्ट्स किए गए हैं। यूजर्स को एलटीएस चैनल पर अपने Google Chrome OS इंस्टॉलेशन को तुरंत 114.0.5735.350 या बाद के वर्जन में अपडेट करना चाहिए। इस अपडेट पैच के जरिए पहचानी गई खामियों को कम किया जा सकता है। आप भी जल्द से से अपने क्रोम को अपडेट कर लें।
न करें ये गलती
इसके अलावा यूजर्स को सलाह दी जाती है कि यूजर्स को इंटरनेट ब्राउज करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर Unrecognized और सस्पीशियस वेबसाइट पर जाते समय इसका ध्यान रखें। Unreliable Source के लिंक पर क्लिक करने या अनवांटेड ईमेल या किसी अननोन के साथ बातचीत करने से बचें।