UN Study on AI: इन दिनों इंटरनेट की दुनिया में एक नये आविष्कार ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। यह नया आविष्कार है AI। AI को लेकर बहुत से लोगों के दिमाग में ये सवाल है कि ये हमारी जाॅब को खत्म कर देगा। अब इसको लेकर UN ने एक नई स्टडी की है।
UN के (ILO) इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने हाल ही में एक स्टडी कंपलीट की है और बताया है कि एआई हमारी नौकरी नहीं लेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आईएलओ स्टडी में यह सामने आया है कि एआई हमारे काम करने के तरीके को बदल देगा। दरअसल यह तकनीक इंसानों की नौकरी छिनने नहीं बल्कि उसकी मदद करने आ रहा है।
एलन मस्क ने जताई थी चिंता
स्टडी के अनुसार कुछ जाॅब्स पर ऑटोमेशन के कारण प्रभाव पड़ सकता है। कई कंपनियां अब इस तकनीक का हिस्सा बन रही है ताकि वे इनोवेशन कर सके। दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क भी इसको लेकर चिंता व्यक्त कर चुके हैं कि AI कई लोगों की नौकरियां रिप्लेस कर देगा।
नवंबर 2022 में हुआ था चैट जीपीटी का आविष्कार
ओपन एआई के सीईओ ने चिंता जताते हुए कहा कि उनकी कंपनी द्वारा बनाया गया यह नया प्रोडक्ट Chat GPT कई लोगों की नौकरियां निगल सकता है। बता दें कि ओपन एआई ने नवंबर 2022 में चैट जीपीटी को पेश किया था। बता दें कि चैट जीपीटी एक ऐसा इंटलिजेंस सिस्टम है तो किसी यूजर्स को सवाल पूछने पर उसका जवाब दे सकता है। चैट जीपीटी लाने का मकसद इंसानों की सहायता करना था, लेकिन अब इसका उपयोग हर सेक्टर में हो रहा है।