AI Gmail Scam: आजकल कई जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ गया है। AI की एंट्री से आज कई काम आसान हो गए हैं, लेकिन इस टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल के साथ ही साइबर फ्रॉड करने वाले भी इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। दरअसल, अब Gmail यूजर्स को एक नए तरह के ऑनलाइन स्कैम का सामना करना पड़ रहा है, जहां AI का यूज करके उनका अकाउंट हैक करने की कोशिश की जा रही है। इस स्कैम में यूजर्स से उनकी प्राइवेट जानकारी चुराने और अकाउंट एक्सेस करने की कोशिश की जाती है। चलिए पहले जानें कैसे शुरू होता है ये स्कैम…
कैसे होती है इस स्कैम की शुरुआत?
इस स्कैम में हैकर्स एक बहुत ही स्मार्ट तरीका इस्तेमाल करते हैं, जिससे यूजर्स को जरा भी शक नहीं होता। यह स्कैम आमतौर पर फोन कॉल और ईमेल के जरिए शुरू होता है। जिसमें सबसे पहले फर्जी कॉल आती है।
फर्जी सिक्योरिटी अलर्ट कॉल
इस स्कैम में सबसे पहले स्कैमर्स यूजर को कॉल करते हैं और खुद को गूगल सपोर्ट टीम का Employee बताते हैं। यही नहीं वह ये भी कहते हैं कि आपका Gmail अकाउंट Suspicious activities की वजह से हैक हो गया है। इसके बाद यूजर को एक फेक मेल भेजा जाता है।
फेक ईमेल
कॉल के बाद यूजर को एक ईमेल मिलता है, जो देखने में बिल्कुल असली Google मेल जैसा लगता है। ईमेल में एक रिकवरी कोड दिया गया होता है और इसमें लिखा होता है कि कोड को डालने से आपका अकाउंट सेफ हो जाएगा। ये मेल AI से बनाया गया होता है इसलिए ये काफी हद तक असली लगता है।
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कोड डालते ही हैक
ऐसे में कई बार यूजर्स धोखे में आकर इस कोड को एंटर कर देते हैं, जिससे स्कैमर्स को अकाउंट का पूरा एक्सेस मिल जाता है। यही नहीं इससे जीमेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स और बैंकिंग डिटेल्स भी खतरे में आ सकती हैं।
इस स्कैम से कैसे बचें?
अगर आप अपने जीमेल अकाउंट और पर्सनल डेटा को सेफ रखना चाहते हैं, तो ये तरीके जरूर अपनाएं…
- अज्ञात नंबरों से आने वाली कॉल्स पर भरोसा न करें क्योंकि गूगल की सपोर्ट टीम कभी भी यूजर को फोन करके सिक्योरिटी अलर्ट नहीं भेजती है।
- किसी भी Suspicious Emails या मैसेज के लिंक पर क्लिक न करें। अगर कोई ईमेल आपको रिकवरी कोड डालने या पासवर्ड बदलने के लिए कहता है तो उसे पहले चेक करें।
- यही नहीं आपको अपने जीमेल अकाउंट के सिक्योरिटी फीचर्स भी ऑन रखने चाहिए जैसे टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को ऑन कर लें।