Diesel Engine in big vehicles: बड़े वाहनों में डीजल इंजन के इस्तेमाल पर ज्यादा जोर दिया जाता है। कहा जाता है कि पेट्रोल इंजन की तुलना में बड़े वाहनों में डीजल इंजन का इस्तेमाल करना ज्यादा सही रहता है। क्या आपको पता है कि इसकी वजह क्या है। यह भी कहा जाता है कि पेट्रोल से चलने वाले इंजन में ज्यादा ताकत होती है। तब सवाल है कि अगर पेट्रोल इंजन ज्यादा ताकतवर होता है तो फिर बड़े वाहनों में डीजल इंजन के इस्तेमाल को क्यों प्राथमिकता दी जाती है।
बड़े वाहन को ज्यादा वजह ढ़ोना होता है। ऐसे में उन्हें ज्यादा ताकतवर इंजन की जरूरत होती है। यह भी माना जाता है कि पेट्रल वाले इंजन डीजल वाले इंजन से कम प्रदूषण फैलाते हैं। बसों, ट्रकों, ट्रेनों और यहां तक की बड़े समुद्री जहाजों में भी डीजल इंजन का इस्तेमाल किया जाता है।
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डीजल इंजन की क्षमता ज्यादा
न्यूज़ 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट इसकी दो प्रमुख वजहें बताते हैं। डीजल और पेट्रोल दोनों को कच्चे तेल से बनाया जाता है। पेट्रोल हल्का तेल होता है जबकि डीजल भारी तेल होता है। डीजल इंजन की क्षमता (Efficiency) पेट्रोल इंजन से 50 प्रतिशत ज्यादा होती है। यानी डीजल इंजन पेट्रोल इंजन की तुलना में ज्यादा काम कर सकता है। डीजल इंजन पेट्रोल इंजन की तुलना में समान मात्रा में तेल पर ज्यादा समय तक चलता है।
डीजल इंजन ज्यादा ताकतवर
दूसरी वजह यह है कि डीजल इंजन पेट्रोल इंजन की तुलना में ज्यादा ताकतवर होता है। डीजल इंजन एक लाख हार्सपावर तक का भी बन जाता है जबकि पेट्रोल इंजन 2000 हार्सपवार से ज्यादा का नहीं होता है। बड़े वाहनों में पेट्रोल के मुकाबले डीजल टार्क को कम करता है। डीजल इंजन को जलाना आसान नहीं होता है। पेट्रोल इंजन जल्दी खराब भी हो जाते हैं, जबकि डीजल इंजन ज्यादा दिन तक चलता है और जल्दी खराब नहीं होता है। ट्रेन का एक इंजन 36 साल तक चलता है। इसकी वजह है कि पेट्रोल इंजन में आरपीएम ज्यादा होता है।
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