भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और गोल्डी बरार के बीच का रिश्ता अब खत्म हो चुका है। दोनों गैंगस्टर्स की राहें जुदा हो जाने से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता काफी बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो दोनों के रिश्ते में आई इस खटास का मुख्य कारण लॉरेंस के भाई अनमोल का केस माना जा रहा है।
लॉरेंस विश्नोई इस समय गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। वहीं, उसके भाई अनमोल विश्नोई को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया था। अनमोल की गिरफ्तारी के बाद ही लॉरेंस विश्नोई, गोल्डी और सचिन गोदारा के रवैये से नाराज हो गया था।
इंटैलिजेंस एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि अनमोल की जमानत के लिए जो जरूरी बेल बॉन्ड भरना था, उसमें गोल्डी और सचिन ने कोई भी मदद नहीं की थी। इसके बाद में अनमोल को तो छोड़ दिया गया है, लेकिन उसके पैर में इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग डिवाइस लगा दी गई है। अब जब दोनों गैंगस्टर्स अलग हो गए हैं तो सेंट्रल सुरक्षा एजेंसियों और राज्य पुलिस फोर्स के लिए उनके सिंडिकेट पर नजर रखना एक बड़ी चुनौती भरा काम हो गया है। इसको लेकर सेंट्रल एजेंसियों ने उनके कई सहयोगियों से पूछताछ की है।
रोहित गोदारा के साथ शुरू किया काम
सूत्रों की मानें तो गोल्डी ने अजरबैजान के रोहित गोदारा के साथ काम करना शरू कर दिया है और विश्नोई कनाडा के नोनी राणा के साथ जड़ चुका है। इसको लेकर पंजाब, राजस्थान हरियाणा और दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने NIA से बात की थी।
कौन है अनमोल विश्नोई?
अनमोल को अमेरिका में फर्जी ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स के चलते इमिग्रेशन अधिकारियों ने साल 2024 के नवंबर में गिरफ्तार किया था। अनमोल का नाम पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की और महाराष्ट्र के बाबा सिद्दीकी की हत्या में मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया था।
अब नोनी राणा के साथ करेगा काम
सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो अब लॉरेंस के तार नोनी राणा से जुड़ गए हैं। नोनी राणा का असली नाम सूर्य प्रताप है। वह अमेरिका से लॉरेंस के लिए फोन पर वसूली और गैंग ऑपरेट कर रहा है। नोनी हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर काला राणा मतलब वीरेंद्र प्रताप का छोटा भाई है।
इसके साथ ही गोल्डी और सचिन गोडारा ने भी कनाडा के मिसीसागा में ट्रकिंग और इंश्योरेंस का काम करने वाले बिजनेसमैन हरजीत सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। हालांकि उसने इसमें लॉरेंस विश्नोई या उसके साथियों का नाम नहीं लिखा था, जबकि आमतौर पर वे लॉरेंस या उसके साथियों को शामिल करते थे।
सलमान खान को भी दी थी धमकी
बीते 3 सालों में लॉरेंस विश्नोई का नाम कई केस में सामने आया है। ये केस काफी हाई-प्रोफाइल रहे हैं। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या, बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को जान से मारने के धमकी और उनके घर के बाहर हुई फायरिंग के साथ ही पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या जैसे मामलों में विश्नोई गैंग का नाम सामने आया था।
लॉरेंस विश्नोई ने बनाया था गैंग
लॉरेंस ने जरायम की दुनिया में जब कदम रखा तो उसने गोल्डी बराड़, काला राणा आदि के साथ टीम बनाई थी। इसके बाद उसने एक पूरा बिजनेस मॉडल भी बना लिया था। इसमें यूपी के धनंजय सिंह, पंजाब के जग्गू भगवानपुरिया, हरियाणा के काला जठेड़ी, राजस्थान के रोहित गोडारा और दिल्ली के हाशिम बाबा, रोहित मोई जैसे गैंगस्टर्स ने पार्टनरशिप की थी। अब विश्नोई और बराड़ की राहें जुदा हो चुकी हैं। अब ये दोनों नए साथियों के साथ गैंग बनाकर एक्टिवेट हो चुके हैं।
गैंग के पड़ चुकी है फूट
सूत्रों की मानें तो सबकुछ ठीक ही चल रहा था, फिर इन दोनों गुटों में फूट पड़ना शुरू हो गई। सबसे पहले हथियार सप्लाई करने वाले भगवानपुरिया ने ज्यादा पैसों की डिमांड की तो मामला बिगड़ गया। गोदारा और गोल्डी बराड़ ने जब हरियाणा में लोगों से फिरौती के लिए कॉल करनी शुरू की थी तो काला जठेड़ी नाराज हो गया था। अब बराड़ और विश्नोई के रिश्ते में खटास पड़ गई है।
बराड़ को आतंकी किया गया है घोषित
गोल्डी बराड़ का असली नाम सतविंदरजीत सिंह है। सिंगर मूसेवाला मर्डर केस में उसका नाम सामने आया था। उसे यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया गया है। शुरुआती दिनों में काला राणा और लॉरेंस विश्नोई व गोल्डी बराड़ ने हाथ मिलाया था।