Shweta Tiwari: श्वेता तिवारी टीवी पर जितनी पॉपुलर हैं, फिल्मी पर्दे पर भी उन्होंने उतना ही नाम कमाया है। हाल ही में एक्ट्रेस ‘सिंघम अगेन’ (Singham Again) में नजर आई हैं। इसके अलावा वो भोजपुरी फिल्मों और ओटीटी पर भी गर्दा उड़ा चुकी हैं। वो इंडस्ट्री में कई सालों से जी जान लगाकर मेहनत कर रही हैं। इस फेम को पाने के लिए उन्होंने अपना खून पसीना एक किया है। ये सिर्फ कहने की बात नहीं है बल्कि हकीकत में श्वेता तिवारी के साथ कुछ ऐसा हुआ था जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
लेंस लगाकर बैक तू बैक शूट करती थीं श्वेता तिवारी
एक बार अपने एक इंटरव्यू में श्वेता ने खुलासा किया था कि वो लगभग अंधी हो गई थीं। लेकिन कैसे और क्यों ये शायद आपको पता नहीं होगा। तो चलिए जानते हैं उनके साथ ऐसा क्या हुआ था जिसके बाद उनकी आंखों के ब्लड वैसील्स फट गए थे? श्वेता ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘मेरी आंखों में इन्फेक्शन हुआ था, जब मैंने लेसिक करवाया था, क्योंकि मेरी आंखों में बहुत हाई नंबर था। मैं तब -10 नंबर पहनती थी, मैं नंबर के लेंस लगाती थी, तो एक समय था जब मैं सुबह 5 बजे से लेकर 7 बजे तक रेडियो शो करती थी। फिर 7 से शाम 7 बजे तक ‘कसौटी’ करती थी, फिर 7 से 10 बजे तक होती थी ‘नच बलिए’ की रिहर्सल और उसके बाद 10 से सुबह के 5 बजे तक भोजपुरी फिल्म का शूट करती थी।
फट गए थे आंखों के ब्लड वैसील्स
श्वेता ने इसका कारण बताते हुए आगे कहा, क्योंकि रवि किशन के साथ जल्दी शूटिंग खत्म करनी थी। दरअसल, उन्हें ‘बिग बॉस 1’ में जाना था। तो मैंने एक महीना ये शेड्यूल किया लेंस पहनकर और इसकी वजह से मेरी आंखों के ब्लड वैसील्स फट गए और मेरी आंखों से खून बहता था। ऐसा लगता था आंसू की जगह खून आ रहा है। ‘नच बलिए’ में मैं लगभग आंधी हो गई थी। वो टाइम था, फिर मैंने लेसिक करवा लिया। अब मेरा ट्रीटमेंट हो गया तो बिना चश्मे के देख पाती हूं। अब चश्मा वापस आ रहा है क्योंकि बूढ़ी हो रही हूं।’
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आजकल के एक्टर्स से श्वेता ने की खुद की तुलना
श्वेता ने आखिर में कहा, ‘वो जो पीरियड था ना, उस पर मुझे गर्व है। मुझे गर्व है कि मैंने इतनी मेहनत की है और मेरे पास इतना काम है कि आंखें खराब हो गई हैं। आज लोग रोते हैं कि काम नहीं है, काम दे दो यार, लेकिन जब काम मिलता है तो ध्यान इस पर रहता है कि पैकअप कब हो रहा है? मैं वॉक आउट कर जाऊंगा। जब काम आता है तो उन्हें 12 घंटे नहीं, 8 घंटे काम करना होता है। वो पहले क्यों गया? मैं पहले क्या नहीं गया या गई? तो वो वहां टैंट्रम्स और अपना स्टारडम दिखाने पर आ जाते हैं।